मेडिकल साइंस के कानूनी पहलुओं पर लीगाकान कांफ्रेंस आज
रायपुर। छत्तीसगढ़ यूरोलॉजी सोसाइटी, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर, एसोसिएशन आॅफ फिजिशियंस आॅफ इंडिया, सर्जिकल सोसाइटी आॅफ इंडिया, आॅब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी सोसायटी रायपुर सहित अन्य चिकित्सक संगठनों के तत्वावधान में कल 1 मार्च, रविवार को होटल सेलिब्रेशन में लीगाकान 2020 का आयोजन किया जा रहा है।
आयोजन समिति के अध्यक्ष वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट और पश्चिम जोन यूरोलॉजी सोसाइटी आॅफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. ललित शाह ने मेडिकल साइंस के कानूनी पहलुओं पर केंद्रित इस कॉन्फ्रेंस की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया है कि 1 मार्च रविवार दिन भर चलने वाले इस वृहत आयोजन में सभी चिकित्सकीय विधाओं से संबंधित प्रदेश भर से करीब 300 डॉक्टर भाग ले रहे हैं। देशभर के वरिष्ठ डॉक्टरों में डॉक्टर सुनील जोशी पालनपुर गुजरात, डॉक्टर नीरज नागपाल चंडीगढ़, डॉक्टर लक्ष्मण प्रभु मैंगलोर, डॉ. अजय कुमार पटना, डॉक्टर रविंद्र सबनीस नाडियाड गुजरात, डॉक्टर राजेंद्र शर्मा चंडीगढ़, सहित डॉक्टर संदीप दवे, डॉक्टर अनिल दुबे, डॉक्टर आशा जैन, डॉ. अनिल जैन,डॉक्टर प्रकाश भागवत, डॉ. महेश सिन्हा सहित सभी वरिष्ठ डाक्टर इसमें सम्मिलित होंगे।
डॉ. ललित शाह ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया है कि मेडिकल साइंस के अछूते एवं जटिल कानूनी विषयों पर विस्तृत चर्चा के साथ मरीज और उनके इलाज से संबंधित सभी कानूनी पहलुओं पर बातचीत और विचार विमर्श किया जाएगा।
जैसे धारा 304 और 304 ए संबंधित सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश और आवश्यक सावधानियां आॅपरेशन टेबल और जटिल इलाज के दौरान पर मरीज की मृत्यु, मेडिकल रिकॉर्ड का सही तरीके से बनाया जाना और रखरखाव, मेडिकल रिकॉर्ड में कानूनी पहलुओं से सभी नोट्स रखना, मरीज के परिवार में दुखद घटना की सूचना और मेडिकल साइंस में प्रमुख रूप से होने वाली गलतियों से किस प्रकार सबक लिया जाए इसके अलावा आपसी विचार-विमर्श में मरीज की बीमारी और इलाज के बारे में के बारे में डॉक्टरों की विशेषज्ञों से राय, मेडिकल काउंसिल के कोड आफ कंडक्ट, इलाज के दौरान होने वाली अनचाही दुर्घटना और कैंसर से संबंधित कानूनी पहलुओं की बात भी रखी जाएगी। चिकित्सा परिसरों में होने वाली तोडफोड़, आक्रमण और हिंसा की घटनाएं कैसे रोकी जाएं इस विषय के बारे में भी डॉक्टर संगठनों के रोल मरीज से संवाद की स्थिति और पुलिस प्रशासन के आवश्यक कानूनी दखल के बारे में भी विचार विशेषज्ञों द्वारा रखे जाएंगे इसके अलावा देशभर से आए विशेषज्ञ ओपन सेशन में डॉक्टरों के सवालों का जवाब देंगे। पूरी कांफ्रेंस के दौरान मेडिकल एथिक्स और डॉक्टरों के लिए आवश्यक कानूनी पहलुओं की जानकारी विषय पर भी जानकारी का आदान प्रदान किया जाएगा।