तीन दिवसीय ई-एजुकेटर्स का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण आज से
रायपुर
गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम अन्तर्गत छत्तीसगढ़ के नए 14 ई-साक्षरता केंद्रों और पूर्व के संचालित 36 केंद्रों के अप्रशिक्षित ई-एजुकेटर्स का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन 26 से 28 फरवरी तक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद शंकर नगर रायपुर में किया गया हैं। कार्यशाला में ई-एजुकेटर्स के अलावा चिन्हांकित जिला परियोजना अधिकारी और स्त्रोत व्यक्तियों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह के कुशल मार्गदर्शन और राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संचालक एवं सदस्य सचिव श्री जितेंद्र शुक्ला के निर्देशन में देश में पहली बार शहरी क्षेत्र के डिजिटल असाक्षरों के लिए गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत छत्तीसगढ़ में क्रमश: दो चरणों मे 36 और 14 कुल 50 केन्द्र प्रारंभ किए गए हैं।
राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रशांत कुमार पाण्डेय ने बताया कि नवाचारी कार्यक्रम गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ में 15 से 60 आयु समूह के डिजिटल असाक्षरों को प्रशिक्षित ई-एजुकेटर द्वारा एक माह में डिजिटल उपकरणों के उपयोग करना सिखाया जाता है। डिजिटल साक्षरता के अंतर्गत कम्प्यूटर, मोबाइल सहित डिजिटल डिवाइस को चलाना, कम्प्यूटर के पुर्जे का उपयोग, मोबाइल फोन का उपयोग, टेबलेट की जानकारी व उपयोग, इंटरनेट का उपयोग, सर्च इंजन का उपयोग ई-मेल का परिचय, सोशल मीडिया, फेसबुक, ट्वीटर, व्हाटसअप का उपयोग। विभिन्न सेवाओं का आनलाइन भुगतान, आनलाइन बुकिंग, रेल, बस टिकिट बुक करना, मोबाइल रिचार्ज, टीवी रिचार्ज, बिजली बिल इत्यादि का भुगतान और विभिन्न सेवाओं के लिए आनलाइन फार्म भरना सिखाया जाता है। विषय विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों में पॉवर पाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। डिजिटल साक्षरता के अलावा व्यक्तित्व विकास, चुनावी साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, विधिक साक्षरता, श्रेष्ठ पालकत्व, आत्मरक्षा, कौशल विकास, नागरिक कर्तव्य, जीवन मूल्य आदि का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। इस बार व्यक्तिगत स्वच्छता और संविधान को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। डिजिटल साक्षरता के कोर्स के बाद जिले द्वारा आंतरिक मूल्यांकन किया जाता है जिसमें अब तक लगभग 7678 शिक्षार्थी सफल हो चुके है।