भाजपा नेता रंग बिरंगे कपड़े पहनकर राजभवन जाने के बजाय किसानों के पास जाते तो पता चल जाता धान बिक चुका है : धनंजय सिंह ठाकुर
किसान को भूपेश बघेल पर भरोसा है, किसानों को कांग्रेस पर भरोसा है
भाजपा नेताओं के राजभवन मार्च पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
भाजपा नेता रंग बिरंगे कपड़े पहनकर राजभवन जाने के बजाय किसानों के पास जाते तो पता चल जाता धान बिक चुका है
रायपुर/20 फरवरी 2020। भाजपा नेताओं के राजभवन मार्च पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त की प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने भाजपा नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि धान खरीदी के अंतिम तिथि में भाजपा को किसानों की याद आई जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार 19 लाख 52 हजार 736 पंजीकृत किसानों से प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान 2500 के दाम पर 82 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीदी पूरा कर ली है। बीते तीन महीने से चल रही धान खरीदी की प्रक्रिया के दौरान भाजपा के कथित किसान हितचिंतक नेता गहरी नींद में थे। धान खरीदी के अंतिम दिन नींद से जागे भाजपा के नेता रंग बिरंगे कपड़े पहनकर चमचमाती कारों में राजभवन जाने के बजाये किसानों के पास जाते तो सच्चाई का पता चल जाता कि किसानों ने तो धान बेच दिया है और खाते में समर्थन मूल्य की राशि आ गई है। बहुत जल्द धान के भाव के अंतर की राशि मिलेगी इस बात को लेकर किसान आश्वस्त है। किसान को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर भरोसा है। किसान को कांग्रेस पर भरोसा है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि राज्यपाल महोदया जी के भी संज्ञान में है कि केंद्र की मोदी सरकार सेंट्रल पूल में चावल लेने किस प्रकार से शर्तें लागू की है और उन शर्तों को शिथिल करने के लिए राज्यपाल महोदया जी ने भी केंद्र सरकार को पत्र लिखकर आग्रह किया था। आज किसानों के हितैषी बनने वाले भाजपा के नेता उस दिन कहां थे जब केंद्र की मोदी सरकार किसानों के धान को 2500 रू. क्विंटल में खरीदने पर अड़ंगा लगाया और प्रदेश भर के 20 लाख किसानों ने केंद्र सरकार को आग्रह पत्र लिखकर नियम को शिथिल रखने की मांग की। तब यही भाजपा के नेता किसानों के आर्थिक उन्नति में बाधक बने थे और केंद्र के मोदी सरकार के समर्थन में बयान बाजी कर रहे थे।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और भाजपा के नेता 15 साल के भाजपा शासनकाल में झांक कर देखें। 50 लाख मैट्रिक टन धान की औसत खरीदी 15 साल में की गयी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार वादा अनुसार किसानों का 11000 करोड़ का कर्ज भी माफ किए, धान का दाम 2500 रू., बिजली बिल हाफ, सिंचाई कर माफ किए, नरवा, गरवा, घुरवा, बारी के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने कार्य योजना बनाकर काम कर रहे हैं। पहले साल में 2000 गोठानो का निर्माण किये, इस वर्ष 3000 गोठानों का निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किये। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के कामों के आगे भाजपा नेताओं को कुछ सूझ नहीं रहा है। भाजपा के नेता धान खरीदी पर मनगढ़ंत झूठ एवं तथ्यहीन आरोप लगाकर राजनीति करना चाहते हैं। छत्तीसगढ़ के किसानों ने त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा को करारा जवाब दिया है। त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में मिली करारी हार के बाद भाजपा के नेता सदमे में है और किसानों के हितैषी होने का स्वांग रच कर झूठ आधारित राजनीति कर रहे हैं। भाजपा के किसान विरोधी कृत्य को छत्तीसगढ़ की जनता माफ नहीं करेगी। पिछले साल 210095 करोड़ का 80.37 लाख टन धान खरीदा। इस साल 82 लाख टन से अधिक धान खरीद चुकी है।