इस्पात मंत्री भिलाई स्टील प्लांट को बेचने के उद्देश्य से आ रहे है – कांग्रेस
केंद्रीय इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के भिलाई दौरे पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
इस्पात मंत्री भिलाई स्टील प्लांट को बेचने के उद्देश्य से आ रहे है – कांग्रेस
रायपुर/19 फरवरी 2020। केंद्रीय इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के भिलाई स्टील प्लांट दौरे पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त की। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मोदी सरकार के सरकारी कंपनी विक्रय योजना को आगे बढ़ाने बीएसपी को बेचने का भिलाई दौरा कर रहे है। केंद्र की मोदी सरकार की स्पष्ट नीति है सरकारी कम्पनियों को बेचना पूर्व की अटल सरकार के दौरान लाभ कमाने वाली बालको को लागत मूल्य से कम कीमत पर बेचा गया था। अब आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू द्वारा स्थापित की गई आधुनिक तीर्थ भिलाई स्टील प्लांट को बेचने की तैयारी में है। मोदी सरकार भारत के महारत्न, नवरत्न और मिनीरत्न कंपनियों को बेचकर अर्थव्यवस्था मजबूत करना चाहते है। इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भिलाई स्टील प्लांट के संबंधित उन सभी प्लांट माइंस क्षेत्रों का दौरा का आकलन कर बेचने की रणनीति बनायेंगे।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार भिलाई स्टील प्लांट को टुकड़ों में बेचना चाहती है। 74 सार्वजनिक उपक्रमों की सूची प्रधानमंत्री कार्यालय को सौंप कर बेचने की अनुशंसा की गई है। इस क्रम में सेल सहित विशाल परिसंपत्तियां वाले रणनीतिक महत्व के कई सार्वजनिक उपक्रम शामिल हैं। मंदी के संकट से जूझ रहा इस्पात उद्योग, विशेष रूप से सेल के संकट को बहाना बनाकर सरकार अपनी नापाक मंशा को सही ठहराने की कोशिश कर रही है। अस्तित्व संकट से जूझ रही इस्पात उद्योग की इस स्थिति के लिए केन्द्र सरकार की नीतियां दोषी है। सेल 7500 करोड़ रूपए लाभ की स्थिति तक पहुंच कर महारत्न का तमगा हासिल किया।
वर्तमान सरकार ने मुक्त व्यापार समझौता के नाम पर विदेशी कंपनियों को भारत में लागत मूल्य से भी कम कीमत पर इस्पात डंप करने की छूट देने जैसी दोषपूर्ण नीतियों के कारण सेल सहित सभी भारतीय कंपनियां अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रही है।