पहली बार ओलिंपिक में पाकिस्तानी घुड़सवार, घोड़े का नाम ‘आजाद कश्मीर’, ऐक्शन लेगा भारत?
कराची
कश्मीर मुद्दे को बार-बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने की कोशिश करनेवाला पाकिस्तान अब खेल में भी इसे घसीट रहा है। वहां के एक घुड़सवार ने अपने घोड़े का नाम 'आजाद कश्मीर' रख लिया है और इसे बदलने से भी इनकार कर रहा है। घुड़सवार का नाम उस्मान खान है। वह ओलिंपिक में क्वॉलिफाइ करनेवाले पाकिस्तान के पहले घुड़सवार हैं। तोक्यो ओलिंपिक 2020 में वह इसी घोड़े पर रेस करने को तैयारी कर रहे हैं।
उस्मान खान ने सीधे तौर पर कहा है कि वह अपने घोड़े का नाम बदलने नहीं जा रहे हैं। वह बोले कि यह उनके लिए बहुत छोटी सी बात है। खबरों के मुताबिक, भारतीय ओलिंपिक अधिकारियों की इसपर नजर है। कानूनी कार्यवाही की जा सकती है या नहीं इसपर राय ली जा रही है। दरअसल, ओलिंपिक खेलों में ऐथलीटों के विरोध दर्ज करने और राजनीतिक भाव भंगिमायें दिखाने पर रोक है।
बोला- कश्मीर से कोई लेना-देना नहीं
अपने घोड़े के नाम पर सफाई देते हुए उस्मान ने कहा, 'यह बहुत छोटा सा मुद्दा है। मैं साफ कर दूं कि कश्मीर के ताजा हालातों से इसका कोई लेना देना नहीं है।' 38 साल के उस्मान फिलहाल ऑट्रेलिया में रहते हैं। उनके मुताबिक, घोड़े का नाम अप्रैल 2019 में रजिस्टर करवाया गया था। उस्मान बोले कि फिलहाल उन्हें स्पॉन्सर की तलाश है जो उन्हें और घोड़े को तोक्यो ओलिंपिक लेकर जा सके। उस्मान ने कहा कि घोड़े का नाम पहले ‘हीयर टू स्टे’ था जिसे उन्होंने उसे खरीदने के बाद बदल दिया था। उस्मान के मुताबिक, वह अपने सभी घोड़ों का नाम बदलते हैं। इस घोड़े का नाम बदलने में उन्होंने करीब 70 हजार रुपये खर्च किए हैं। उस्मान ने 2014 और 2018 के एशियन गेम्स में भी क्वॉलिफाइ किया था। लेकिन फंडिंग की कमी की वजह से वह वहां नहीं जा पाए थे।