पहली बार पानी के बीच में क्रूज पर बैठ कर मंथन करेगी भूपेश सरकार, मॉर्डन टूरिज्म का होगा प्रमोशन
कोरबा
छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार कोरबा में जल के बीच मंथन करेगी. इसके लिए आगामी 23 फरवरी को कोरबा के सतरेंगा जलाशय में पानी के बीच क्रूज पर कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई है. पर्यटक स्थल सतरेंगा में बैठक को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. मॉर्डन टूरिज्म को बढ़ावा देने प्रदेश में पहली बार पानी के बीच क्रूज में कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई है. राज्य सरकार में राजस्व मंत्री व कोरबा से विधायक जय सिंह अग्रवाल ने बैठक की पुष्टि की है.
छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने कहा कि हम कोरबा के विकास से जुड़े मुद्दे भी इस मौके पर रखेंगें. बता दें कि बीते 11 जनवरी को मुख्य सचिव आरपी मंडल, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के सचिव पी. अंबगलन भी सतरेंगा का दौरा कर चुके हैं. कलेक्टर कौशल किरण भी लगातार सतरेंगा पहुंच कर तैयारियों का जायज़ा ले रही हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक मॉर्डन टूरिज्म के रूप में विकसित करने के लिये सतरेंगा में आधारभूत सुविधाओं के विस्तार काम तेजी से किया जा रहा है. स्थानीय युवाओं को टूरिज्म के माध्यम से रोजगार से जोड़ने के लिये फूड प्लाजा के साथ-साथ स्थानीय कलाकृतियों की बिक्री के लिये दुकानों का निर्माण तेजी से जारी है. सतरेंगा के आसपास की सड़कों का काम भी तेज कर दिया गया है. कलेक्टर किरण कौशल ने सतरेंगा में हो रहे आधारभूत संरचनाओं के निर्माण-मरम्मत का काम का जायज़ा लिया और अधिकारियों को अगले दस दिनों में सभी काम पूरा करने के निर्देश दिये.
सतरेंगा के रेस्ट हाउस के सामने अपार जलाशय के बीच स्थित द्वीपों के मनोहारी दृष्य को ध्यान में रखते हुये पर्यटकों के लिये एक सुसज्जित सेल्फी प्वाइंट विकसित करने का काम भी तेजी से जारी है. इस सेल्फी प्वाइंट पर खड़े होकर पर्यटक सतरेंगा के प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ अपनी फोटो ले सकेंगे और सतरेंगा के अपने प्रवास की मीठी यादें अपने कैमरे में कैद कर सकेंगे.
इतना ही नहीं सतरेंगा के परिसर में विशाल जलाशय के किनारे आकर्षक ओपन-थियेटर भी सज-संवर रहा है. कलेक्टर किरण कौशल ने इस ओपन-थियेटर का काम अगले दस दिनों में पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं. ओपन थियेटर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिये खुला मंच बनाया गया है. जलाशय में वाटर-स्पोर्ट्स की सुविधा भी विकसित करने का काम तेजी से जारी है. पर्यटन मण्डल द्वारा इसके लिये जरूरी सामान और आवष्यक स्पीड बोट, जेटबोट आदि की व्यवस्था की जा रही है.