निजी चिकित्सा संस्थानों के पैरामेडिकल एवं प्रशासनिक स्टॉफ के लिए सेमीनार का आयोजन जरूरी -डॉ. मंजू शुक्ला
आचार व्यवहार में कमी के चलते मरीज हो रहे परेशान
रायपुर, रायपुर सहित प्रदेश के निजी चिकित्सा संस्थानों में विशेषकर बहुआयामी चिकित्सा सुविधा से लैस अस्पतालों में इन दिनों आये दिन मरीजों के साथ वहां के पैरामेडिकल स्टॉफ एवं प्रशासनिक स्टॉफ के सदस्यों द्वारा दुव्र्यवहार किये जाने की शिकायतें प्रतिनिधि को मिल रही हैं। इस संबंध में आज आरएनएस प्रतिनिधि ने शहर की दो नामचीन महिला चिकित्सकों से चर्चा कर उनसे इस बारे में अपना अभिमत मांगा। सुंदर नगर क्षेत्र की वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मंजू शुक्ला एवं रोहिणीपुरम क्षेत्र की डॉ.मीनाक्षी तारे ने प्रतिनिधि से बड़े चिकित्सा संस्थानों में हो रही दुव्यर्वहार की घटनाओं पर गंभीर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि समय के साथ अब इस बात की जरूरत महसूस की जा रही है कि जिस तरह से चिकित्सकों की सेमीनार प्रदेश की राजधानी एवं देश के बड़े शहरों में आयोजित किये जाते हैं। वैसे ही सेमीनारों का आयोजन प्रदेश के सभी छोटे-बड़े चिकित्सा संस्थानों में कार्यरत पैरामेडिकल स्टाफ एवं प्रशासनिक स्टाफ को दिया जाना जरूरी है। डॉ. शुक्ला एवं डॉ. तारे के अनुसार पीडि़त मरीज अपने मर्ज की चिकित्सा के साथ ही संबंधित अस्पताल में कार्य करने वाले कर्मचारियों से सदव्यर्वहार एवं संवेदनशील रवैये की उम्मीद करता है जबकि वहां पर काम करने वाले कर्मचारी मरीज एवं उनके परिजनों के साथ जिस तरह से पेश आते हैं वह मानवीय दृष्टि से गलत है। डॉ. शुक्ला एवं डॉ. तारे की मान्यता है कि संबंधित चिकित्सा संस्थानों के मेडिकल डायरेक्टर/प्रशासक/नर्सिंग सुप्रीटेंडेंट का यह दायित्व बनता है कि वह मरीजों के साथ सदव्यर्वहार करने की सलाह वहां पर कार्यरत कर्मचारियों को दे। जिस तरह से चिकित्सा क्षेत्र में निजी चिकित्सा संस्थानों की संख्याओं में इजाफा हो रहा है उसे देखते हुए उक्त दोनों चिकित्सकों ने देश के प्रख्यात चिकित्सा क्षेत्र के मोटीवेटरों को आमंत्रित कर विभिन्न चरणों में मरीजों के साथ पैरामेडिकल स्टॉफ एवं प्रशासनिक स्टॉफ के सदस्यों को किस तरह पेश आना चाहिए के संबंध में विधिवत प्रशिक्षण दिये जाने को समय की आवश्यकता बताया है। साथ ही आईएमए के पदाधिकारियों से भी चिकित्सा संस्थानों में आने वाले मरीजों के साथ पैसा वसूली को लेकर धैर्य न खोने की सलाह देने की अपील की है।