जीवन सुगमता सूचकांक सर्वेक्षण पर रायपुर स्मार्ट सिटी लि. के एम.डी. सौरभ कुमार की पत्रकार वार्ता
http://Eol2019.org/citizenfeedback लिंक पर जाकर हर कोई दे सकेगा अपना फीडबैक
रायपुर में सुविधाओं के संबंध में हर नागरिक से फीडबैक की अपील
रायपुर। केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार “जीवन सुगमता सूचकांक-2019” सर्वेक्षण के माध्यम से स्मार्ट शहरों में उपलब्ध सुविधाओं व सेवाओं के संबंध में आम नागरिकों से प्रतिक्रिया ले रहा है। इसके लिए कोई भी http://Eol2019.org/citizenfeedback लिंक पर जाकर या इस हेतु जारी किए गए छायाचित्र में प्रदर्शित क्यू.आर. कोड को स्कैन कर अपना फीडबैक दे सकेंगे। इस महत्वपूर्ण सर्वेक्षण में प्रत्येक नागरिक अपना फीडबैक अवश्य दें, इस अपील के साथ रायपुर स्मार्ट सिटी लि. के प्रबंध संचालक श्री सौरभ कुमार ने पत्रकार वार्ता लेकर सर्वेक्षण के बुनियादी पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी।
एम.डी. श्री सौरभ कुमार ने इस संबंध में अवगत कराया कि शहरीकरण की चुनौतियों के मध्य जन आकांक्षाओं को पूरा करने के उद्देश्य से 25 अप्रैल 2016 को स्मार्ट सिटी मिशन की शुरुआत हुई है। रायपुर शहर को सिटी चैलेंज के अधीन राष्ट्रीय स्तर पर हुई प्रतिस्पर्धा के बाद, दूसरे चरण में 16 सितंबर 2016 को स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत चयनित किया गया है। मिशन मोड पर रायपुर नगर निगम के साथ मिलकर रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड, जन सुविधाओं के विस्तार व उन्नत तकनीक से जन आवश्यकता को पूरा करने में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है। गत वर्ष के जीवन सूचकांक सर्वेक्षण में स्मार्ट सिटी रायपुर को देश के सर्वश्रेष्ठ 07 निवास योग्य शहर के रूप में चिन्हित किया गया है। इसके लिए रायपुर के प्रबुद्ध जन प्रतिनिधि, शहर विकास में हमेशा अपनी सकारात्मक भूमिका का निर्वहन कर रही स्थानीय मीडिया व आम नागरिकों की भूमिका महत्वपूर्ण है, जिन्होंने सुविधाओं के उत्तरोत्तर उन्नयन हेतु गंभीरता से प्रयास किया है। रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सभा कक्ष में आयोजित इस पत्रकार वार्ता में महाप्रबंधक (तकनीकी) श्री एस.के. सुन्दरानी, महाप्रबंधक (जनसंपर्क) श्री आशीष मिश्रा भी शामिल थे।
एम.डी. श्री सौरभ कुमार ने आगे बताया कि जीवन सुगमता सूचकांक-2019 का सर्वेक्षण 1 फरवरी 2020 से प्रारंभ हो चुका है। आगामी 29 फरवरी तक आम नागरिकों से प्रतिक्रिया ली जा रही है। कोई भी नागरिक http://Eol2019.org/citizenfeedback लिंक पर जाकर अथवा निर्धारित क्यू.आर. कोड को स्कैन करने के बाद राज्य, शहर, नाम, उम्र, मोबाइल नंबर, लिंग, व्यवसाय संबंधित जानकारी दर्ज कर कुल 24 प्रश्नों पर अपनी प्रतिक्रिया देकर इस सर्वेक्षण में अपनी सहभागिता दे सकेंगे। वर्तमान सर्वेक्षण में इस बार 52 सूचकांक के साथ 94 डाटा प्वाॅइंट शामिल है। इसके अलावा 101 नगरीय निकाय प्रदर्शन सूचकांक के साथ 151 डाटा प्वाॅइंट भी पहली बार सर्वेक्षण में शामिल किए गए हैं। यह सर्वेक्षण मूलतः जीवन स्तर, आर्थिक सामर्थ्य, सेवाओं की निरंतरता जैसे 3 घटकों पर आधारित है। जीवन स्तर घटक को 14 श्रेणियों में विभक्त किया गया है, जिनका आंकलन 50 सूचकांक के माध्यम से किया जाएगा। इस श्रेणी में हर नागरिक के बेहतर जीवन की बुनियादी आवश्यकताओं जैसे स्वच्छ पेयजल, अबाधित विद्युत आपूर्ति, सुगम्य सड़कों का निर्माण जैसे विषय सम्मिलित है। आर्थिक सामर्थ्य की श्रेणी में नागरिकों को उनके आर्थिक सामर्थ्य के अनुरूप उपलब्ध शहरी परिवहन, आवास, चिकित्सा जैसे कारकों को शामिल किया गया है। सेवाओं की निरंतरता की तीसरी श्रेणी में ऊर्जा, नैसर्गिक संसाधनों के संरक्षण, हरित क्षेत्र की उपलब्धता व उपलब्ध संसाधनों के योग्य नियोजन को स्थान दिया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि सर्वेक्षण में पहली बार शामिल नगरीय निकाय प्रदर्शन सूचकांक को पांच घटकों में विभक्त किया गया है। इसके अंतर्गत शहरी सेवाओं, वित्त, तकनीक, योजना व प्रशासन के बिन्दुओं को सेक्टर में विभक्त कर सूचकांक का आकलन किया जाएगा। सेवाओं के अंतर्गत लोक जरूरतों की पूर्ति हेतु सुलभ सुविधाएं जैसे- स्वच्छता, पेयजल, आवास, कचरे के व्यवस्थापन आदि शामिल है। वित्त श्रेणी में शहर विकास हेतु राजस्व की पूर्ति एवं व्यय के बेहतर प्रबंधन पर जोर दिया गया है। तकनीकी श्रेणी में उन्नत तकनीक का प्रयोग कर नागरिक सुविधाओं को बेहतर व स्मार्ट बनाने के लिए उपलब्ध संसाधनों की जानकारी ली जा रही है। शहरी योजना व सुशासन की श्रेणी में, इस आधार पर उपलब्ध नागरिक सुविधाओं की सुगम व सरलीकृत व्यवस्था का आंकलन होगा।
उन्होंने बताया कि इन दोनों सूचकांक के माध्यम से सुविधाओं को उन्नत बनाने अपनाई जा रही प्रक्रिया का आंकलन कर नगर विकास की रूपरेखा के निर्धारण में इस सर्वेक्षण की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। देशभर के सभी स्मार्ट सिटी के मध्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से जहां अन्य शहरों में जन सुविधाओं में गुणात्मक सुधार के लिए उपयोगी सूचनाओं का आदान-प्रदान होगा, वही अपने शहर को फीडबैक देकर सुविधाओं के उन्नयन में आम नागरिक अपनी सहभागिता देंगे। रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड और नगर पालिक निगम मिलकर अधिकांश नागरिक अपना फीडबैक दें, यह सुनिश्चित करने के लिए अपना रोडमैप भी तैयार किया है, जिसके आधार पर जनप्रतिनिधियों, युवाओं, सामाजिक, स्वयं सेवी संगठनों, औद्योगिक, व्यापारिक समूहों सहित सभी संस्थाओं की सहायता लेकर नागरिकों को प्रेरित किया जाएगा।