सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे लोगों से बातचीत शुरू करें केन्द्र सरकार : त्रिवेदी
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को छत्तीसगढ़ में करना चाहिये यह घोषणा – त्रिवेदी
रायपुर/27 जनवरी 2020। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि केन्द्रीय गृहमंत्री का छत्तीसगढ़ आगमन एक बहुत ही महत्वपूर्ण घटना बन सकती है। अगर अमित शाह जी यहां आकर सीएए और एनआरसी पर पुनर्विचार की घोषणा करें। सीएए और एनआरसी के विरोधियों से बातचीत शुरू करें। अगर छोटे से वर्ग के मन में सीएए और एनआरसी को लेकर आशंकायें है। कोई भी लोकतांत्रिक सरकार जनभावना को और सबकी भावनाओं को दृष्टिगत रखकर ही काम सकते है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अमित शाह जी छत्तीसगढ़ में सीएए और एनआसी पर पुर्नविचार की घोषणा करनी चाहिये। छत्तीसगढ़ की गौरवशाली, शांतिपूर्ण समृद्ध परंपराओं को देखते हुये देश की परिस्थिति में यह एक अच्छी पहल होगी।
मध्यक्षेत्र परिषद है के अध्यक्ष छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी है। पांच राज्यों के मुख्यमंत्री, केन्द्रीय गृहमंत्री सभी लोग इस बैठक में भाग लेंगे। यह बैठक देश के संविधान में जो संघीय ढांचे की अवधारणा है उसके अनुरूप यह बैठक हो रही है। हमें पूरा विश्वास है कि इस बैठक से सकारात्मक चीजें निकल कर आयेगी।
भाजपा आरएसएस का मुखौटा मात्र -त्रिवेदी
भाजपा की मदद के लिये आरएसएस को आगे आने के लिये कहे जाने पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा आरएसएस का मुखौटा मात्र है। आरएसएस स्वयं को गैर राजनैतिक संगठन कहता है लेकिन वास्तव में भाजपा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जैसी संस्थाएं आरएसएस की अनुषंगिक संगठन ही है। महात्मा गांधी की हत्या के बाद गृहमंत्री सरदार पटेल ने आरएसएस पर बैन लगाया था। यह बैन 11 जुलाई 1949 को तब हटाया गया जब आरएसएस ने राष्ट्रीय ध्वज और संविधान पर निष्ठा व्यक्त की और राजनीतिक गतिविधियों से दूर रहने की बात कही। लेकिन भाजपा के माध्यम से आरएसएस लगातार राजनीति में सक्रिय रहता है और सांप्रदायिक सदभाव को नुकसान पहुंचाने में लगा रहता है। छत्तीसगढ़ हमेशा पूरे देश में सद्भावना का टापू रहा है और आरएसएस की सक्रिय होने से सरकार को और ज्यादा सचेत रहने की आवश्यकता है। छत्तीसगढ़ के लोगों को भी और ज्यादा सचेत रहने की आवश्यकता है। छत्तीसगढ़ के आपसी भाईचारे को नुकसान पहुंचाने वाली किसी हरकत को हम सबको मिलकर ऐसी किसी भी हरकत को रोकना है।
आरएसएस हमेशा चुनाव में सक्रिय होता है। भाजपा की मदद करता है। लेकिन अभी तो कोई और चुनाव नहीं है और ऐसे समय में यदि आरएसएस को सक्रिय होने के लिये भाजपा कह रही है तो स्वाभाविक रूप से राज्य के भाजपा नेतृत्व और राज्य के भाजपा नेताओं की विफलता के परिणाम स्वरूप आरएसएस को मैदान में उतारना पड़ रहा है। हम लोग पहले भी भाजपा और आरएसएस से लड़ते रहे है। हम इस लड़ाई को जारी रखेंगे। और ज्यादा सावधानी से और ज्यादा तत्परता से हम कांग्रेस के लोग, हम छत्तीसगढ़ के लोग सांप्रदायिकता से लड़ेंगे।