भावांतर भुगतान योजना से किसानों के जीवन में आएगी सुख-समृद्धि : शिवराज
भोपाल :मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अशोकनगर जिले के विकासखण्ड मुख्यालय मुंगावली में 389.77 करोड़ रुपये लागत की चंदेरी-मुंगावली उद्वहन सिंचाई परियोजना का शिलान्यास करते हुए कहा कि इस परियोजना से किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा। खेतों में फसलें लहलहाएंगी। मुख्यमंत्री ने किसान सम्मेलन में भावांतर भुगतान योजना के अंतर्गत किसानों को पंजीयन प्रमाण-पत्र प्रदान करते हुए कहा कि इस योजना से किसानों के जीवन में सुख-समृद्धि आएगी। किसानों को उनकी मेहनत का पूरा लाभ दिलाया जाएगा। समर्थन मूल्य से कम मूल्य पर फसल नहीं बिकने दी जाएगी। किसान सीधे मण्डी में फसल बेचेंगे। समर्थन मूल्य के अंतर की राशि किसान के खाते में राज्य सरकार द्वारा जमा कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराना सरकार की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक हजार करोड़ रुपये का मूल्य स्थिरीकरण कोष बनाया गया है। कृषक युवा उद्यमी योजना लागू की जाएगी। इस योजना के तहत 10 लाख से 2 करोड़ रुपये तक ऋण उपलब्ध कराया जाएगा, जिसकी बैंक गारंटी प्रदेश सरकार देगी। किसानों को योजनाओं की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों को बिना ब्याज का ऋण उपलब्ध करा रही है। खसरे और बी-1 की नकल किसानों को घर-घर जाकर दी जाएगी।
श्री चौहान ने कहा कि अशोकनगर जिले को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। इस अवसर पर उन्होंने ग्राम पंचायत बहादुरपुर को नई तहसील बनाने और वहाँ पर उप-मण्डी प्रारंभ करने, मुंगावली में बाईपास मार्ग निर्माण, मुंगावली अस्पताल की क्षमता 100 बिस्तर तक निर्मित करने, तहसील पिपरई को नगर परिषद का दर्जा देने और वहाँ कॉलेज खोलने, मुंगावली महाविद्यालय में पी.जी. स्नातकोत्तर कक्षाएँ प्रारंभ कराने और नगर पंचायत शाढोरा में कॉलेज खोलने की घोषणा की। श्री चौहान ने सम्मेलन में 400.36 करोड़ रुपये लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।
किसान सम्मेलन में जल-संसाधन एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, जिले के प्रभारी मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया, सांसद श्री प्रभात झा, विधायक श्री गोपीलाल जाटव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती बाईसाहब यादव, नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती सुशीला साहू, अन्य जन-प्रतिनिधि और किसान उपस्थित थे।