टैÑफिक का नियम तोडने वाले 33 हजार वाहन चालकों पर चालानी कार्यवाही
रायपुर
शहरी यातायात प्रबंधन की अति आधुनिक एकीकृत प्रणाली दक्ष आम नागरिकों की लोक सुरक्षा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस प्रणाली से जहां लोक सुरक्षा के बेहतर प्रबंधन के साथ कैमरे की नजर में पुलिस को कई ऐसी साक्ष्य व सूचनाएं प्राप्त हो रही है, जिससे आरोपियों की पहचान आसानी से हो रही है। गत वर्ष 239 प्रकरणों में इस प्रणाली के माध्यम से जरूरी साक्ष्य पुलिस को मिले, जिसके माध्यम से आरोपियों तक पुलिस आसानी से पहुंच सकी। इस अवधि में यातायात को सुव्यवस्थित करने इस तकनीक के जरिए 33716 चालानी कार्यवाही भी पुलिस ने की है।
स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक (तकनीकी) श्री एस.के. सुंदरानी ने बताया कि एकीकृत यातायात प्रबंधन की यह प्रणाली 2019 से रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने प्रारंभ की है। पुलिस विभाग की टीम सिटी कमांड एवं कंट्रोल सेंटर के माध्यम से पूरे शहर की निगरानी करता है। शहर में लगे 200 से भी अधिक कैमरों के माध्यम से आपराधिक प्रकरणों पर जानकारी जुटाने में पुलिस को बहुत मदद मिल रही है। इस प्रणाली के जरिए पुलिस ने पिछले साल आॅटो रिक्शा में बैठे यात्री से हुई 2.50 लाख की लूट का खुलासा किया। इसी तरह पंडरी कैनाल चौराहे में कैशियर से हुई 74 हजार की लूट भी इस सिस्टम के तहत पकड़ी गई।
गत सितंबर माह में हीरापुर क्षेत्र से ट्रक चोरी के प्रकरण में भी अहम जानकारी इस प्रणाली के माध्यम से मिली। इसी महीने पंडरी क्षेत्र में वृद्ध की हादसे में हुई मौत के मामले का खुलासा भी दक्ष प्रणाली से हुआ। अक्टूबर माह में गंज थाना क्षेत्र में हुई हत्या के आरोपियों तक भी पुलिस को पहुंचने में इसी आधुनिक तकनीक से बड़ी सफलता मिली। नवंबर माह में मरीन ड्राइव तेलीबांधा में हुए आत्महत्या के प्रकरण में भी जरूरी जानकारी जुटाने में पुलिस को सहायता मिली।
इस प्रणाली के जरिए गत वर्ष मार्च में 23, अप्रैल में 16, मई में 25, जून में 27, जुलाई में 32, अगस्त में 28, सितंबर में 25, अक्टूबर से 35 एवं नवंबर में 28 प्रकरण का खुलासा सीसीटीवी कैमरे की मदद से संभव हुआ। गत वर्ष यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर तैतीस हजार सात सौ सोलह चालान काटे गए। इसमें केवल सितंबर माह में ही 7299 चालान कटे।