देश के नए विश्वास के रूप में उभरा छत्तीसगढ़ – मुख्यमंत्री
रायपुर
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की छठवीं कड़ी में छत्तीसगढ़वासियों को नववर्ष 2020 की बधाई देते हुए कहा कि आपकी शुभकामनाएं और सहयोग इसी प्रकार मिलता रहेगा तो निश्चित तौर पर आगामी वर्षों में छत्तीसगढ़ की तस्वीर बदल देंगे। उन्होंने कहा कि हमने अपनी सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल को सेवा और जतन का एक साल कहा है। इन चार शब्दों में बहुत सारी बातें समा जाती है। आज पहले साल के पड़ाव का मुझे यह कहते हुए संतोष है कि हम प्रदेश के ग्रामीणों, किसानों और अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति तथा अन्य कमजोर तबको को राज्य के विकास के साथ जोड?े में सफल हुए है। शिक्षा से रोजगार तक, युवाओं को सर्वांगीण विकास के अवसर देने से लेकर सुरक्षित भविष्य की ओर ले जाने तक हर उपाय हमने किया है। राज्य सरकार के चौतरफा प्रयासों के कारण विश्वव्यापी मंदी का असर छत्तीसगढ़ के जनजीवन को तनिक भी नहीं छू पाया, बल्कि इस दौर में विकास के नए प्रतिमान स्थापित हुए।
छत्तीसगढ़ की तरूणाई और युवाओं की प्रतिभाओं का होगा अद्भुत प्रदर्शन-
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आज स्वामी विवेकानंद की जयंती के सुखद संयोग का भी उल्लेख करते हुए प्रदेश के युवा शक्ति और प्रदेश की तरूणाई का हार्दिक अभिनंदन किया। उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को हम युवा दिवस के रूप में मनाते हैं। बीते एक साल के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में हमारे नेतृत्व में युवाओं का वर्चस्व बढ़ा है। स्वामी विवेकानंद बहुत उदार, बहुत व्यवहारिक, बहुत सुधारवादी थे। वे युवाओं को प्रचलित रूढ़िवादिताओं से दूर रखकर अपने गुणों का विकास करते देखना चाहते थे, ताकि वो अपने समाज से समरस हो सके, अपने सामाजिक सरोकारों की प्रति जागरूक हो सके। उठो, जागो और तब तक नहीं रूको जब तक लक्ष्य प्राप्त नहीं हो जाए। उनका यह आह्वान युवाओं में सकारात्मक लगाव और लक्ष्यों के प्रति जुनून पैदा करने का आह्वान था। मुझे यह कहते हुए खुशी होता है कि कई पीढि?ां इस आह्वान को आत्मसात् करके तर गए। हमारी नई पीढ़ी भी इस अमरवाणी को आत्मसात् करें और स्वामी विवेकानंद के सपनों का भारत बनाने में अपना योगदान दे। इसके लिए हमने युवा उत्सव को व्यापक बनाया। प्रदेश में 15 अक्टूबर 2019 को इसकी शुरूआत विकासखंड स्तर हुई थी। 25 विधाओं में प्रतियोगिताएं हुई और अब राज्य स्तर पर युवा उत्सव का आयोजन 12 से 14 जनवरी तक किया जाएगा। यह तीन दिवसीय युवा उत्सव छत्तीसगढ़ की तरूणाई, युवाओं की शक्ति और युवाओं की प्रतिभाओं का अद्भुत रंगारंग प्रदर्शन होगा। मेरा मानना है कि यह एक तरह का सांस्कृतिक, वैचारिक-विनिमय है जो युवाओं की सोच का दायरा बढ़ायेगा। युवाओं को जाति-धर्म-संप्रदाय-क्षेत्र से ऊपर उठकर एक-दूसरे को समझने का अवसर देगा और हमारे प्रदेश की सबसे बड़ी विशेषता आपसी भाई-चारे को बढ़ाने में मदद करेगा।