विमान पर चूक: अभी भी कुछ छिपा रहा ईरान? प्लेन के रास्ते में नहीं था कोई मिलिटरी बेस, यूक्रेन ने मांगा हर्जाना
तेहरान
यूक्रेन के विमान हादसे में ईरान ने अपनी गलती मान ली है। ईरानी सरकार का कहना है कि उनकी ही मिसाइलों ने गलती से यात्री विमान को निशाना बना लिया था। ईरान की आर्मी का कहना है कि विमान उनके मिलिटरी एरिया की तरफ बढ़ रहा था, जिसकी वजह से गलती हुई। लेकिन कुछ रिपोर्ट्स ऐसी हैं जो ईरान के दावे से उलट हैं, उनसे लगता है कि ईरान अभी भी कुछ छिपा रहा है। इस बीच यूक्रेन ने ईरान की ओर से गलती माने जाने के बाद तीखी प्रतिक्रिया दी है। यूक्रेन ने कहा, 'अब सच बाहर आ गया है। ईरान मृतकों के शव हमें सौंपे और घटना पर हर्जाना दे।'
दरअसल, तेहरान से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद यूक्रेन का विमान क्रैश हो गया था। अब ईरान ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए माना कि ईरानी मिसाइलों ने ही विमान को गलती से निशाना बनाया था। अपनी गलती के पीछे ईरान ने अमेरिका पर दोष मढ़ने की कोशिश भी की है। ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने कहा था कि अमेरिका के कारण बनी खराब परिस्थितियों में यह मानवीय भूल हुई।इस विमान हादसे में 176 लोगों की मौत हो गई जिनमें ईरान के 82 और कनाडा के 63 नागरिक थे। 8 जनवरी को यह विमान यूक्रेन की राजधानी कीव जा रहा था। इसमें ईरान और कनाडा के अलावा यूक्रेन के 11, स्वीडन के 10, अफगानिस्तान के चार जबकि जर्मनी और ब्रिटेन के तीन-तीन नागरिक सवार थे।
ईरानी आर्मी ने बताया चूक
ईरानी मीडिया में चल रहे आर्मी के बयानों के मुताबिक, उन्होंने प्लेन को दुश्मन का विमान समझा था। ऐसी गलती कैसे हुई? इस पर अधिकारी ने कहा कि गंभीर हालातों के बीच (अमेरिका द्वारा हुए हमले) बोइंग फ्लाइट 752 मिलिटरी एरिया की तरफ मुड़ा था। उसकी ऊंचाई और ऐंगल देखकर उसे दुश्मन का विमान समझ लिया गया। अधिकारी ने इसे मानवीय भूल बताया जिसमें अनजाने में विमान को गिरा दिया गया। ईरान के इस्लामिक रेवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के अधिकारी के दावा किया है कि इस मामले में दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा और उन्हें न्यायिक प्रक्रिया के तहत कड़ी सजा होगी।
फ्लाइट के रास्ते में नहीं था कोई मिलिटरी बेस
ईरानी का दावा है कि फ्लाइट मिलिटरी साइट के पास से गुजर रहा था, लेकिन ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि फ्लाइट के रास्ते में ऐसा कुछ था ही नहीं। ब्लूमबर्ग ने गूगल के हवाले से रिपोर्ट दी है कि सैटलाइट फोटोज में विमान के रास्ते के आसपास कोई मिलिटरी बेस नहीं दिख रहा। जहां विमान से संपर्क टूटा वहां एक पॉवर प्लांट और इंडस्ट्रियल पार्क है। इसके अलावा काफी इलाका खाली पड़ा हुआ है। फ्लाइट ट्रैकिंग सर्विस फ्लाइटरडार24 के मुताबिक, प्लेन अपने तय रास्ते पर बढ़ रहा था।तीन साल पुराना यह बोइंग विमान ईरानी हमलों की शुरुआत के बाद क्रैश हुआ था। ईरान यह हमले इराक में स्थित अमेरिका के सैन्य अड्डों पर कर रहा था। ये हमले ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी पर अमेरिकी हमले के बाद हुए थे।