ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी को मारा अमेरिका ने बगदाद में मिसाइलें दागकर
बगदाद
अमेरिका ने एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में गुरुवार देर रात इराक की राजधानी बगदाद में हवाई हमला करके ईरान के अत्यंत प्रशिक्षित कद्स फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी को मार डाला है। बताया जा रहा है कि सुलेमानी का काफिला बगदाद एयरपोर्ट की ओर बढ़ रहा था, इसी दौरान अमेरिका ने हवाई हमला कर दिया। इस हमले में पॉप्युलर मोबलाइजेशन फोर्स के डेप्युटी कमांडर अबू मेहदी अल मुहांदिस के भी मारे जाने की खबर है।
ईरान ने सुलेमानी के मौत की पुष्टि की
ईरान के सरकारी टीवी ने सुलेमानी के मारे जाने की पुष्टि की है। बता दें कि सुलेमानी को पश्चिम एशिया में ईरानी गतिविधियों को चलाने का प्रमुख रणनीतिकार माना जाता है। सुलेमानी पर सीरिया में अपनी जड़ें जमाने और इजरायल में रॉकेट अटैक कराने का आरोप था। अमेरिका को लंबे समय से सुलेमानी की तलाश थी।
पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की आशंका
इस अमेरिकी हमले के बाद पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ना तय माना जा रहा है। अमेरिका ने यह हमला ऐसे समय पर किया है जब ईरान समर्थित मिलिशिया ने बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास पर हमला कर दिया था। पिछले दिनों अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने आरोप लगाया था कि विदेशी अभियानों के लिए जिम्मेदार ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स की एक ईकाई 'कद्स फोर्स' ने कच्चे तेल के माध्यम से असद और उनके लेबनानी सहयोगी हिजबुल्ला का समर्थन किया था।
एयरपोर्ट पर ही मारे गए सुलेमानी
सुलेमानी ईरान की इस्लामिक रेवलूशनेरी सेना की एक ताकतवर विंग 'कदस फोर्स' के मुखिया थे। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि अल मुहांदिस एक काफिले के साथ सुलेमानी को रिसीव करने पहुंचे थे। बताया जाता है कि सुलेमानी का विमान सीरिया ये लेबनान से यहां पहुंचा था। जैसे ही सुलेमानी विमान से उतरे और मुहानदिस उनसे मिल ही रहे थे कि अमेरिका ने मिसाइल हमला कर दिया और ये सभी मारे गए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुलेमानी का शव उनकी अंगूठी से पहचाना जा सका।
कई बार मरने की फैली थी अफवाह
बता दें कि सुलेमानी के कई बार मरने की अफवाह फैली थी। 2006 में उत्तरपश्चिमी ईरान में एक विमान दुर्घटना में उनके मारे जाने की अफवाह आई। इसके बाद 2012 में दमिश्क में एक हवाई हमले में सुलेमानी की मरने की अफवाह फैली थी। हाल में नवंबर 2015 में सीरिया में युद्ध के दौरान गंभीर रूप से घायल होने या फिर मारे जाने की अफवाह फैली थी।
सुलेमानी ने दी थी ट्रंप को चेतावनी
सुलेमानी अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का विरोधी माना जाता था। उन्होंने कई मौकों पर अमेरिका को चेतावनी दी थी। बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर हमले के बाद ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी थी। नए साल के पहले दिन ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा था कि ईरान को नुकसान उठाना पड़ेगा। ट्रंप की इस धमकी के बाद अमेरिका ने यह कार्रवाई की है। इस घटना के बाद पहले से ही अमेरिका और ईरान के बीच तनावपूर्ण चल रहे रिश्तों में और तल्खी आनी तय मानी जा रही है।