यूपी के एटा में बाजरे के ढेर में रखकर दलित युवक को जिंदा जलाया
एटा
उत्तर प्रदेश के एटा में गांव के दबंगों द्वारा एक दलित युवक को करब (फसल का ढेर) के ढेर में जलाकर हत्या कर देने की घटना सामने आई है। गांव के कुछ लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी गई है। आरोप है कि जमीन के एक टुकड़े के लिए दबंगों ने हत्या की है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस के मुताबिक, पोस्टमॉर्टम में यह तय होगा कि पहले हत्या की गई थी या सीधे जला दिया गया है।
मंगलवार को एटा के ब्लाक निधौलीकलां के गांव झनवार में जली हुई करब के ढेर में एक अधजली लाश मिलने से सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंचे गांव के मोहरपाल ने लाश की शिनाख्त अपने छोटे भाई शेरसिंह उर्फ सहदेव (26) पुत्र हरदेव सिंह के रूप में की। मोहरपाल का आरोप है कि शेर सिंह को बाजरे की करब में डालकर जिंदा जला दिया गया। उसका कहना है कि गांव के ही कुछ लोगों ने उनकी पांच बीघा जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया है। इसकी रंजिश काफी दिनों से चली आ रही है। इसी रंजिश के चलते भाई शेरसिंह को जिंदा जलाकर मार दिया गया।
लगभग पूरा जल चुका था शव
मोहरपाल का कहना है कि उनका भाई सोमवार की देर शाम घर से निकला था और लौटकर खाना खाने की बात कही थी। इसके बाद वापस नहीं आया तो खोजबीन की गई लेकिन वह कहीं नहीं मिला। मंगलवार की सुबह परिजन युवक को तलाशने निकले तो करब में एक जला हुआ शव दिखा। जाकर देखा तो राख के ढेर में भाई का जला हुआ शव पड़ा दिखाई दिया। शरीर के कुछ ही अवशेष बाकी थे। मोहरपाल ने आरोप लगाए हैं कि दबंगों ने जमीन के लिए भाई की हत्या कर दी है। इससे पहले उसके एक और भाई की हत्या की गई थी। कुछ दबंग उनकी खेती की भूमि को हड़प लेना चाहते हैं।
पुलिस को सूचना देकर वारदात के बारे में खबर दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दलित युवक शेर सिंह पुत्र हरदेव सिंह का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। थाना प्रभारी निधौलीकलां सुभाष सिंह का कहना है कि गांव झिनवार में करब में अधजला शव बरामद हुआ है। अभी तक तहरीर नहीं मिली है, तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मालूम होगा कि कि पहले हत्या करके जलाया गया या उसे जलाकर मारा गया है।