श्रीनगर के पांच नेताओं की रिहाई, 370 हटाए जाने के बाद से थे हिरासत में
श्रीनगर
जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के करीब पांच महीने बाद 5 और नेताओं को रिहा कर दिया गया है. रिहा किए गए नेताओं में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के दो पूर्व विधायक और नेशनल कॉन्फ्रेंस के दो पूर्व विधायक के अलावा एक निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं.
रिहा किए गए सभी पांचों नेताओं को राज्य से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही हिरासत में लिया गया था. एएनआई से जुड़े सूत्रों के अनुसार, जिन नेताओं को रिहा किया गया है उनमें इशफाक जब्बर और गुलाम नबी भट, बशीर मीर और जहूर मीर के अलावा यासिर रेशी शामिल हैं.
हालांकि, कश्मीर के तीन सबसे प्रमुख नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, उनके बेटे उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती अभी भी हिरासत में हैं. घाटी के इन शीर्ष नेताओं की रिहाई कब होगी, इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है.
घाटी में 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद वहां पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई थी, जबकि एहतियातन राज्य के ज्यादातर नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था. यहां तक की राज्य में लंबे समय तक संचार साधनों पर भी रोक लगा दी गई थी.
हालांकि अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद करीब 5 महीने बाद अब घाटी में स्थिति सुधर रही है. पिछले हफ्ते गृह मंत्रालय ने जम्मू और कश्मीर से सुरक्षा घटाने का फैसला लेते हुए अर्धसैनिक बलों की 72 टुकड़ियों को हटाने का फैसला लिया था.
कश्मीर से 5 अगस्त से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद हालात को नियंत्रण में रखने के लिए भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई थी. कश्मीर में अब हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं. 72 टुकड़ियों में से सीआरपीएफ की 24 और बीएसफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ और सीएपीएफ की 12-12 टुकड़ियों को वापस बुला लिया गया. केंद्र सरकार का यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया.
इससे पहले पिछले महीने 18 नवंबर को श्रीनगर और बनिहाल के बीच की ट्रेन सेवा भी शुरू की गई थी. अनुच्छेद 370 और 35A को हटाए जाने के बाद 5 अगस्त से इस ट्रेन सेवा को रोक दिया गया. इस फैसले के 104 दिनों बाद फिर से ट्रेन सेवा को शुरू कर दिया गया.