सर्दी में बीपी बढ़ने से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा
सर्द हवाओं और ठिठुरन की वजह से लोगों में ब्लड प्रेशर (BP) प्रभावित हो रहा है। बीपी बढ़ने की वजह से लोग हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक दोनों के शिकार हो रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि नाक से खून निकलने और हार्ट अटैक की परेशानी के साथ कई मरीज इन दिनों इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इनमें अधिकतर बुजुर्ग और हार्ट की बीमारियों से पीड़ित लोग हैं। अस्पतालों में हार्ट के मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है।
मैक्स के कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर विवेका कुमार ने बताया कि गर्मी की तुलना में सर्दी में लोगों का ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ रहा है। जो लोग 20 दिन पहले तक ठीक थे, उनका ब्लड प्रेशर अचानक काफी बढ़ जा रहा है। इसकी वजह से लोग हार्ट अटैक और हार्ट फेल के शिकार हो रहे हैं। डॉक्टर के मुताबिक, सर्दी बढ़ने के साथ हार्ट के मरीजों की परेशानी बढ़ गई है।
हार्ट फेल के मामले 20-25 तक बढ़ जाते हैं
एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के डॉ. ऋषि गुप्ता का कहना है कि दिसंबर से जनवरी के दौरान पूरी दुनिया के कार्डिएक डॉक्टर सबसे ज्यादा मरीज देखते हैं। इस दौरान एक्यूट हार्ट अटैक, हार्ट फेल होने के मामले 20 से 25 पर्सेंट तक बढ़ जाते हैं। उन बुजुर्गों की परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है, जो पहले से हार्ट के मरीज हैं। जब बॉडी को गर्मी की जरूरत होती है, तो हार्ट को ज्यादा काम करना पड़ता है। इससे अटैक का खतरा रहता है।
डायबीटीज के मरीजों की बढ़ी परेशानी
डायबीटीज एक्सपर्ट डॉ. ए के झिंगन ने कहा कि जो लोग डायबीटीज के मरीज हैं उनकी परेशानी भी सर्दियों में ज्यादा बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि इस मौसम में लोग पानी भी कम पीते हैं। एक तरह से लाइफस्टाइल बदल जाती है। लोग मीट, मछली, घी ज्यादा खाते हैं और शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है। इसकी वजह से शुगर लेवल बढ़ जाता है। सर्दियों में प्रदूषण भी ज्यादा रहता है। इससे हार्ट की बीमारी की संभावना बढ़ जाती है।