अयोध्या में आतंकी हमले की आशंका, बढ़ाई गई सुरक्षा
अयोध्या
रामनगरी में एक बार फिर से सुरक्षा बलों की सरगर्मी बढ़ गयी है। पुलिस प्रशासन के अधिकारी किसी प्रकार का इनपुट मिलने से इनकार कर रहे हैं। वह कहते हैं कि अयोध्या हमेशा से संवेदनशील रही है। इसके कारण यहां एहतियातन सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के लिए औचक जांच चलती रहती है।
सूत्रों के अनुसार आतंकी सरगना मसूद अजहर की बातचीत को डिकोड किए जाने के बाद अयोध्या सहित देश के कई संवेदनशील स्थानों पर हाई अलर्ट घोषित किया गया है। बुधवार को सीओ अयोध्या अमर सिंह के नेतृत्व में टेढ़ी बाजार क्षेत्र में चार पहिया सहित दो पहिया वाहनों की चेकिंग की गयी। जांच के दौरान फिलहाल कुछ नहीं मिला। इससे पहले खुफिया टीम भी अधिग्रहीत परिसर के आसपास के इलाके में सक्रिय रही।
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद फैला सकता है गड़बड़ी
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की ओर से आतंकी कार्रवाई की आशंका जताई गयी है। इसकी पुष्टि लखनऊ व दूसरे शहरों में पकड़े गये पीएफआई सदस्यों से मिले संदिग्ध सामानों व साहित्यों से भी हुई है। मालूम हो कि वर्ष 2005 में यहां रामजन्मभूमि पर लश्करे तैय्यबा के फिदाईन दस्ते के आतंकियों ने हमला बोला था। यह अलग बात है कि वह सभी सुरक्षा बलों के जवाबी हमले में मारे गये। छह दिसम्बर 92 की घटना के बाद से ही अयोध्या आतंकी संगठनों के निशाने पर है। वर्ष 1998-99 में भी हनुमानगढ़ी पर जीप में कुकर बम रखा गया था लेकिन बंदरों ने इसका खुलासा कर दिया और समय रहते उसे डिफ्यूज कर दिया गया।