ट्रोफी नहीं, स्थायी विरासत कायम करना है जोकोविच की प्रेरणा
अबु धाबी
सर्बिया के स्टार टेनिस प्लेयर नोवाक जोकोविच ने कहा कि अपने करियर के इस दौर में उनकी प्रेरणा का मुख्य स्रोत मैच या ट्रोफी जीतने की कोशिश करने के बजाय स्थायी विरासत कायम करना है। इस दिग्गज ने एक साथ चार ग्रैंडस्लैम जीतने की उपलब्धि हासिल करने के बाद स्वीकार किया था कि 2016 के मध्य से लेकर 2018 के शुरुआती महीनों के बीच उनमें उत्साह की कमी थी। जोकोविच ने हालांकि अपनी खोई ऊर्जा फिर से हासिल की और फिर चार ग्रैंडस्लैम जीते। अभी तक 16 ग्रैंडस्लैम जीत चुके जोकोविच की गिनती दुनिया के दिग्गज टेनिस खिलाड़ियों में की जाती है। करियर में सर्वाधिक ग्रैंडस्लैम जीतने के लिए उनकी अब भी राफेल नडाल और रोजर फेडरर से होड़ मची है लेकिन इस 32 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि वह अब इससे भी बहुत आगे की सोच रहे हैं।
जोकोविच ने कहा, ‘आपको किसी भी स्रोत से लगातार ऊर्जावान बने रहने की जरूरत होती है। यह स्रोत कुछ भी हो सकता है। मेरा मानना है कि यह हमेशा ही उस उद्देश्य और कारण का पता करने से जुड़ा है जिसके लिए आप वास्तव में खेल रहे हो। मेरे लिए विशेषकर पिछले दो वर्षों से यह टेनिस मैच या ट्रोफी जीतने से नहीं जुड़ा है।’ दुनिया के नंबर-2 खिलाड़ी ने कहा, ‘यह मेरी उपलब्धियों से भी बड़ा है। ऐसा कुछ जो कि विरासत से जुड़ा हो, ऐसा कुछ जिससे वास्तव में दूसरों की विशेषकर बच्चों की जिंदगी को प्रेरणा मिले।’ फेडरर ने 20 ग्रैंडस्लैम जीते हैं जो कि पुरुष टेनिस में रेकॉर्ड है जबकि नडाल के नाम पर 19 ग्रैंडस्लैम खिताब हैं।