लॉन्ग ऑफिस आवर्स से हाई बीपी का खतरा
ऑफिस में देर तक रुक कर ओवरटाइम करने से भले ही आप बॉस की नजर में अच्छे इम्प्लॉयी बन जाएं, आपको इससे प्रमोशन मिल जाए लेकिन आपकी यह आदत आपकी सेहत खासकर दिल के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। जी हां, हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि क्योंकि लॉन्ग ऑफिस आवर्स यानी ऑफिस में देर तक रुक कर काम करने की आदत की वजह से हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
एक हफ्ते में 49 घंटे से ज्यादा ऑफिस में रुकने से हाई बीपी का खतराअमेरिकन हार्ट असोसिएशन की एक स्टडी की मानें तो एक हफ्ते में 49 घंटे यानी 5 डे वर्किंग वीके के हिसाब से हर दिन 10 घंटे से ज्यादा ऑफिस में रुककर काम करने वाले लोगों को हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर का खतरा 66 प्रतिशत अधिक रहता है। इतना ही नहीं, कई मरीजों में तो मास्क्ड हाइपरटेंशन यानी हाई बीपी की ऐसी परिस्थिति जिसमें डॉक्टर के पास रुटीन चेकअप के लिए जाने पर भी ब्लड प्रेशर डिटेक्ट नहीं होता का खतरा अधिक रहता है।
3500 कर्मचारियों की गतिविधियों पर 5 साल तक की गई स्टडी
सिर्फ ऑफिस में देर तक रुक कर ओवरटाइम करने वाले कर्मचारियों को ही इसका खतरा नहीं रहता बल्कि वैसे इम्प्लॉयीज जो हर हफ्ते 41 घंटे यानी 40 घंटे हर सप्ताह यानी हर दिन 8 घंटे के टिपिकल वर्कवीक से 1 घंटा ज्यादा भी काम करते हैं उन्हें भी हाई ब्लड प्रेशर होने का जोखिम बढ़ जाता है। इस स्टडी में अनुसंधानकर्ताओं ने कनाडा के Quebec स्थित 3 पब्लिक इंस्टिट्यूशन्स में काम करने वाले 3 हजार 500 वाइट कॉलर इम्प्लॉयीज की गतिविधियों पर 5 साल तक नजर रखी।
मास्क्ड हाइपरटेंशन का भी खतरा काफी अधिक
इस स्टडी के दौरान सभी प्रतिभागियों को बीपी मॉनिटरिंग डिवाइस पहन कर रखनी पड़ती थी जिसमें उनकी रेग्युलर रीडिंग्स रेकॉर्ड होती थी। इस स्टडी के दौरान प्रतिभागियों की उम्र, जेंडर, एजुकेशन, ऑक्यूपेशन, स्मोकिंग स्टेटस, बीएमआई, जॉब का स्ट्रेस लेवल आदि सभी फैक्टर्स पर भी फोकस किया गया। स्टडी के लीड ऑथर जेवियर ट्रूडेल की मानें तो मामूली हाइपरटेंशन और मास्क्ड हाइपरटेंशन दोनों ही मरीज को दिल से जुड़ी बीमारी की तरफ धकेल सकता है।
हाई बीपी का हार्ट पर पड़ता है बुरा असर
ट्रूडल की सलाह है कि वैसे लोग जो ऑफिस में देर तक काम करते हैं उन्हें ये पता होना चाहिए कि इसका उनकी सेहत खासकर हार्ट पर बुरा असर पड़ेगा। साथ ही अगर वे लंबे समय तक ऑफिस में काम कर रहे हैं तो उन्हें अपने डॉक्टर से बात करके ऐसा वियरेबल मॉनिटर पहनना चाहिए जिससे उनके ब्लड प्रेशर की चेकिंग हर वक्त होती रहे। डायग्नोसिस में होने वाली देरी से दिल से जुड़ी गंभीर बीमारी और मौत तक होने का खतरा रहता है।