US-चीन में ट्रेड वॉर खत्म, इन शर्तों पर बनी बात
बीजिंग
अमेरिका और चीन के बीच करीब 18 महीने से जारी ट्रेड वॉर खत्म होने की कगार पर पहुंच चुकी है। दोनों देशों के बीच व्यापार करार के पहले चरण के मसौदे पर सहमति बन गई है। चीन के सरकारी मीडिया की खबरों में कहा गया है कि यह करार समानता और परस्पर सम्मान के सिद्धान्त पर आधारित है और इससे व्यापार युद्ध समाप्त हो सकेगा। इस ट्रेड वॉर के कार वैश्विक अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।
दुनिया को इस अग्रीमेंट से राहत
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौते की खबर से दुनिया ने राहत की सांस ली है। शेयर बाजारों ने इसका उछाल के साथ स्वागत किया और न सिर्फ अमेरिकी बल्कि भारत समेत कई एशियाई बाजारों में भी इस खबर से तेजी देखी गई।
दोनों देशों ने अग्रीमेंट पर साइन किया
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर ने मीडिया को लिखित दस्तावेज दिखाया और थोड़ी जानकारी दी। लिखित दस्तावेज से यह साफ हो गया है कि अग्रीमेंट पर दोनों देशों ने साइन कर दिया है। लाइटहाइजर ने कहा कि दोनों देशों ने महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाया है। कई अहम मुद्दे अभी बाकी हैं जिसपर आने वाले दिनों चर्चा होगी।
अमेरिका के लिए शर्तें
अग्रीमेंट के मुताबिक, चीन से निर्यात होने वाले 120 अरब डॉलर के सामान पर अमेरिका 15 फीसदी के वर्तमान टैरिफ को आधा कर देगा। रविवार से प्रस्तावित नई ड्यूटी को भी फिलहाल टाल दिया गया है जिसके कारण करीब 250 अरब डॉलर का सामान (मुख्य रूप से मोबाइल और लैपटॉप) जिसपर 25 फीसदी के हिसाब से टैक्स लगने वाला था, वह बच गया। 120 अरब डॉलर के सामान पर अब 7.5 फीसदी के हिसाब से टैक्स वसूला जाएगा।
चीन के लिए शर्तें
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के लिए अमेरिका ने कुछ चुनौतीपूर्ण शर्तें रखी है। चीन को अगले दो सालों के भीतर करीब 200 अरब डॉलर का अमेरिकी प्रॉडक्ट और सर्विस खरीदना होगा। इसके अलावा चीन को हर साल करीब 40-50 अरब डॉलर का एग्रीकल्चर प्रॉडक्ट भी खरीदना होगा।