November 23, 2024

स्किन क्रीम में मर्क्युरी से सेहत को नुकसान

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आपकी स्किन को सॉफ्ट, ग्लोइंग और खूबसूरत बनाने का दावा करने वाली स्किन क्रीम न सिर्फ आपकी स्किन को नुकसान पहुंचा सकती है बल्कि आपको गंभीर बीमारियां भी दे सकती है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि स्किन पर इस्तेमाल की जाने वाली क्रीम में खतरनाक मेटल मर्क्युरी यानी पारे का इस्तेमाल तय मानकों से कहीं अधिक हो रहा है। इस तरह की क्रीम ई-कॉमर्स पोर्टल के अलावा बाजारों में भी धड़ल्ले से बिक रही हैं।

भारत ही नहीं दुनियाभर में हो रहा क्रीम का इस्तेमाल
दिल्ली के गफ्फार मार्केट से लिए गए स्किन क्रीम के 4 सैंपलों में मर्क्युरी की मात्रा 48.17 से 1 लाख 10 हजार पीपीएम तक पाई गई है। सिर्फ भारत ही नहीं, इन क्रीम्स का इस्तेमाल दुनिया भर में हो रहा है। यह दावा जीरो मर्क्युरी वर्किंग ग्रुप ने किया है। यह ग्रुप मर्क्युरी से होने वाले प्रदूषण पर काम करता है। इस ग्लोबल स्टडी में भारत के लिए टॉक्सिक लिंक ने स्टडी की है।

तय मानक 1 पीपीएम, इस्तेमाल 1 लाख पीपीएम
जीरो मर्क्युरी वर्किंग ग्रुप की इस ग्लोबल स्टडी को 12 देशों में किया गया जिसमें पाया गया कि 158 स्किन क्रीम सैंपलों में से 96 में मर्क्युरी का स्तर 40 पीपीएम (पार्ट पर मिलियन) से 1 लाख 30 हजार पीपीएम तक है। भारत से लिए गए सैंपलों में मर्क्युरी की मात्रा 48 से 1 लाख 13 हजार पीपीएम तक पाई गई। यह तय मानक 1 पीपीएम से काफी अधिक है। भारत से लिए गए ये सैंपल ऑनलाइन और ऑफलाइन कलेक्ट किए गए। इन सभी क्रीम के सैंपलों को मान्यता प्राप्त लैब में टेस्ट किया गया। स्टडी में यह भी सामने आया है कि जितने भी सैंपल लिए गए, उनमें ज्यादातर क्रीम एशिया में ही बनाई जा रही हैं। पाकिस्तान में 62 पर्सेंट, थाईलैंड में 19 पर्सेंट, चीन में 13 पर्सेंट क्रीम का उत्पादन हो रहा है।

12 देशों से लिए गए सैंपल की स्टडी में यह आया सामने
12 देशों से 158 प्रॉडक्ट्स को टेस्ट किया गया। इनमें से 60 प्रतिशत प्रॉडक्ट्स में मर्क्युरी की मात्रा 1 पीपीएम से अधिक मिली। स्किन को गोरा करने का दावा करने वाली 16 क्रीम के सैंपल लिए गए जिनमें से 12 सैंपल ई-कॉमर्स साइटों से मंगवाए गए। इनमें 46.95 पीपीएम से 10 हजार पीपीएम तक मर्क्युरी पाई गई।

घातक है मर्क्युरी, किडनी डैमेज का खतरा
स्किन लाइटनिंग यानी त्वचा की रंगत को निखारकर आपको गोरा बनाने का दावा करने वाली स्किन क्रीम और साबुन में मर्क्युरी का कॉमन इन्ग्रीडिएंट के रूप में इस्तेमाल होता है। इसके अलावा आई मेकअप प्रॉडक्ट्स और मसकारा में भी मर्क्युरी पायी जाती है। इन क्रीम्स का सबसे बड़ा साइड इफेक्ट है किडनी डैमेज। जी हां, मर्क्युरी युक्त मेकअप प्रॉडक्ट्स यूज करने से किडनी डैमेज का खतरा रहता है। इसके अलावा मर्क्युरी के इस्तेमाल का सीधा असर व्यक्ति के नर्वस सिस्टम, पाचन तंत्र और फेफड़ों पर पड़ता है। साथ ही साथ ऐंग्जाइटी, डिप्रेशन और स्किन रैशेज की भी दिक्कत हो सकती है।

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