कंसोल के द्वारा भाजपा और रमन सिंह के राजनैतिक हित साधने में किया गया जनता का धन बर्बाद ईओडब्ल्यू में किया गया अपराध पंजीबद्ध अन्य शिकायतों पर भी हो कार्यवाही :त्रिवेदी
रायपुर/13 दिसंबर 2019। कंसोल और भाजपा सरकार में संवाद जनसंपर्क के अधिकारियों पर ईओडब्ल्यू द्वारा अपराध पंजीबद्ध किये जाने पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कांग्रेस ने समय-समय पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये थे, वह प्रमाणित हो गये है। कंसोल का मामला भाजपा सरकार में राजनैतिक उद्देश्यों के लिये सरकारी धन के दुरूपयोग का निम्नतम उदाहरण है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि फर्जी सीडी बनाने और वायरल करने में इन्हीं लोगों की भूमिका रही है। विधानसभा चुनाव 2018 के मतदान के ठीक एक दिन पहले कर्जमाफी की फर्जी चिट्ठी वायरल कर कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने की साजिश रची गयी थी और इसमें भी कंसोल इंडया की भूमिका रही। भाजपा सरकार के खिलाफ लड़ रहे तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल की छवि बिगाड़ने के उद्देश्य से कंसोल इंडिया ने ‘‘भूपिया हस का’’ पेज बनाया था। रमन सिंह और अभिषेक सिंह के करीबी रहे लोगों की कंपनी कंसोल इंडिया है। जनसंपर्क विभाग था मुख्यमंत्री रमन सिंह के पास और होता रहा जनता के पैसो का दुरूप्योग, भाजपा और रमन सिंह को मदद पहुंचाने के लिये। जिसकी शिकायत निर्वाचन आयोग से की गयी थी। उस शिकायत पर कोई कार्यवाही और गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुयी है।
संवाद/जनसंपर्क कार्यालय रायपुर छ.ग. के अधिकारियों के द्वारा आपस में सहमति कर एवं कंसोल इंडिया के साथ मिलकर आपराधिक षड़यंत्र कर केवल कंसोल इंडिया को अधिक दर पर निविदा प्रदान कर राज्य शासन के साथ धोखाधड़ी कर आर्थिक हानि कारित की गयी तथा स्वयं को तथा कंसोल इंडिया को आर्थिक लाभ प्रदान किया गया जो एक आपराधिक कृत्य है तथा धारा 7सी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 यथा संशोधित (संशोधन) अधिनियम 2018 एवं धारा 420, 120बी भा.द.वि. के तहत दण्डनीय अपराध है। कंसोल इंडिया और उनके सहयोगियों पर ईओडब्ल्यू द्वारा धारा 7सी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 और धारा 420, 120बी का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।