अनुसुईया उइके ने कहा- उच्च शिक्षा के क्षेत्र में यू.एस.ए. और छत्तीसगढ़ के मध्य एक्सचेंज प्रोग्राम चलाया जाए
रायपुर
राज्यपाल अनुसुईया उइके से सोमवार को राजभवन में अमेरिका के काउंसलेट जनरल डेविड रेंज ने सौजन्य मुलाकात की। उनके मध्य उच्च शिक्षा, पर्यावरण एवं नक्सल मामलों सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई। राज्यपाल ने उनका छत्तीसगढ़ आगमन पर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में अनेक संभावनाएं हैं। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश के विश्वविद्यालय और यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के मध्य एक्सचेंज प्रोग्राम चलाया जाना चाहिए, जिससे छत्तीसगढ़ और यू.एस.ए. के विद्यार्थियों को एक दूसरे की संस्कृति और परम्पराओं का ज्ञान होगा और उसके साथ ही प्रदेश के विशेषकर आदिवासी वर्ग के विद्यार्थियों को नए अवसर प्राप्त होंगे। इस मुलाकात के दौरान राज्यपाल ने यू.एस.ए. में फुल ब्राइट स्कॉलर भेजने, आदिवासी विद्यार्थियों को शोध और उच्च शिक्षा में फेलोशिप के लिए यू.एस.ए. के शैक्षणिक संस्थानों में भेजने और जलवायु परिवर्तन एवं कुपोषण से लड़ाई जैसे विषयों पर सहयोगिता बढ़ाने पर जोर दिया।
राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्वच्छ पर्यावरण और वायु की गुणवत्ता में सुधार के क्षेत्र में भी कार्य करने की आवश्यकता है। इसके लिए यू.एस.ए. के विशेषज्ञों से प्रदेश को मदद मिल सकती है। उन्होंने गरियाबंद जिले के सुपेबेड़ा में किडनी की बीमारी की जानकारी दी और उक्त बीमारी के कारणों की जांच के लिए यू.एस.ए. से चिकित्सकीय विशेषज्ञ भेजने का आग्रह किया। इस पर काउंसलेट जनरल ने आवश्यक मदद का आश्वासन दिया।
राज्यपाल ने नक्सल मुद्दों पर चर्चा करते हुए कहा कि यह अंतर्राज्यीय समस्या है, जिसका समाधान केन्द्र और राज्य सरकार के समन्वय से किया जा सकता है। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसके समाधान के लिए कार्ययोजना बनाई है। राज्यपाल उइके ने कहा कि आदिवासी समाज के प्रतिनिधिमण्डल से चर्चा के दौरान यह सुझाव सामने आया था कि संबंधित क्षेत्रों में सड़क, बिजली और शिक्षा संबंधी क्षेत्रों में विकास होना चाहिए। उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए युवाओं को रोजगार से जोड़ना आवश्यक है। साथ ही नक्सल समस्या के समाधान में चर्चा के लिए स्थानीय नेतृत्व की सहभागिता भी होनी चाहिए।
राज्यपाल ने उइके ने कहा कि जो सामान्य मामलों में और जो निर्दोष आदिवासी जेलों में बंद हैं, उन्हें रिहा करने के लिए राज्य सरकार से चर्चा हुई है और इस दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनर्वास के लिए और नक्सल प्रभावितों के राहत के लिए आवास प्रदान करने सहित कार्ययोजना भी बनाई गई है। रेंज ने कहा कि छत्तीसगढ़ नैसर्गिक संसाधनों से भरपूर प्रदेश है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य किए जा सकते हैं। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव सोनमणि बोरा और डेविड रेंज के बीच भी मुलाकात हुई। इस दौरान द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई।
सोनमणि बोरा बताया कि वे गत वर्ष वे न्यूयार्क यू.एस.ए. के मैक्सवेल स्कूल में पब्लिक पॉलिसी एवं पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में अध्ययन करके लौटे हैं। रेंज ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि उनकी सुपुत्री भी इसी संस्था में अध्ययनरत है। उन्होंने बोरा को उच्च शिक्षा सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए आमंत्रित भी किया। इस अवसर पर इकोनॉमिक एवं पालिटिक अफेयर के काउंसल क्रिस्टोफर ग्रासमेन, राजनीतिक मामलो के विशेषज्ञ आयशा खान एवं सांस्कृतिक मामलो के विशेषज्ञ कश्यप पण्डया भी उपस्थित थे।