गुरु अगमदास जी की 124 वीं जयंती में शामिल हुए मंत्री गुरु रूद्र कुमार
सतनामी स्वाभिमान दिवस में लोक कलाकार का हुआ सम्मान
रायपुर, गुरु अगम दास जी की 124वीं जयंती में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री एवं जगतगुरु गुरु रूद्र कुमार शामिल हुए। इस अवसर पर गुरु रूद्र ने समाज के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि समाज के कल्याण के लिए संत श्री शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा जी के आदर्शों पर चलकर समाज का उत्थान होगा। विकासखंड के मंदिर हसौद अगमदास जी की जयंती पर सतनामी स्वाभिमान दिवस के अवसर पर समाज के लोक कलाकारों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर गुरु अगमदास जी के द्वारा किए गए कल्याणकारी कार्यों और सतनामी समाज के उत्थान में उनके योगदान को याद किया गया।
गुरू दर्शन पर्व और सतनामी स्वाभिमान दिवस के अवसर पर गुरु रूद्र कुमार ने सतनामी समाज के 200 से भी अधिक समाज के प्रतिभावान विभूतियों और 60 लोक कलाकारों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में इन लोक कलाकारों के द्वारा विभिन्न कला विधाओं के माध्यम से संत श्री शिरोमणि घासीदास बाबा जी के संदेश का प्रचार-प्रसार, समाज के उत्थान और समाज में जागरूकता लाने के लिए किया जाता है। इस गुरु दर्शन मेले के दौरान गुरु घासीदास जी के छठवे वंशज गुरु गद्दीनशीन गुरु रूद्रकुमार ने मेले में आए सभी समाज के लोगों को अपना आशीर्वाद देते हुए उन्हें जयंती पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी। जगतगुरु अगमधाम गुरुद्वारा सतनाम शक्ति केन्द्र, मंदिरहसौद में प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी जगतगुरु अगमदास जी की जयन्ती पर्व और सतनामी स्वाभिमान दिवस व लोक कलाकार सम्मान समारोह 7 दिसंबर को जगतगुरु रूद्र कुमार के मुख्य आतिथ्य में धूमधाम से मनाया गया।
जगतगुरु रूद्र कुमार सतनाम पन्थ के प्रथम प्रणेता परम पूज्य गुरु बाबा घासीदास जी के परपोता परम पूज्य जगतगुरु अगमदास जी के गुरुगद्दी और पवित्र जोड़ा जैतखाम की आरती पूजा विधि विधान से कर पालो चढ़ावा कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर जगतगुरु रूद्र कुमार ने कहा कि अनेको वर्ष पूर्व सतनाम पंथ के प्रथम प्रणेता गुरु बाबा घासीदास जी ने इस संसार में सत्य अहिंसा और शान्ति का सन्देश दिया था जिसका अनुसरण विश्व में किया जा रहा है। गुरु घासीदास बाबा जी के सतनाम धर्म संस्कृति और समस्याओं पर मनखे मनखे एक समान और सत्य ही मानव का आभूषण है कि विचारधारा को लेकर उनके परपोता जगतगुरु अगमदास जी समाज के प्रथम जगतगुरु के अलावा ब्रिटिश शासन काल में मानद सांसद, गौहत्या बन्द आंदोलन के नेतृत्वकर्ता, अलग छत्तीसगढ़ निर्माण के स्वप्नदृष्टा, भारतीय संविधान सभा के अहम सदस्य व स्वतंत्र भारत के प्रथम निर्वाचित सांसद जैसे महत्वपूर्ण संवैधानिक पदो पर रहे और समाज के साथ ही सम्पूर्ण मानव समाज के सामाजिक धार्मिक सांस्कृतिक विकास और उत्थान हेतु अनेकों सार्वजनिक और संवैधानिक कार्यों मे योगदान दिया था। जगतगुरु अगमदास जी सतनाम धर्म संदेश के द्वारा अनेकों वर्ग सम्प्रदाय मानव समाज को एकता और भाईचारा के माला मे पिरोया, सतनाम धर्म का सार सत्य ही ईश्वर है और सत्याचरण जीवन है उन्हें प्रचारित, प्रसारित और प्रकाशित की आवश्यकता की बात करते हुए अन्त में जगतगुरु अगमदास जी की जयन्ती पर्व और सतनामी स्वाभिमान दिवस व लोक कलाकार सम्मान समारोह की पूरे प्रदेश वासियों को बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं दी। जगतगुरु रूद्रकुमार का जगह-जगह पंथी नृत्यगीत, अखाड़ा प्रदर्शन, महिलाओं ने आरती और ओडिसा के प्रसिद्ध घुमर संगीत के साथ समाज के युवाआंे ने उनका स्वागत किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व विधायक नवीन मारकण्डेय ने जगतगुरु अगमदास जी के जीवनी कृतित्व और सतनाम संदेश विचार को जीवन में अनुसरण कर उनके पद चिन्हों पर चलने की जन समुदाय से अपील की है। कार्यक्रम में विशेष अतिथि गुरुप्रवक्ता डा.एम.के.कौशल, श्रीमति शारदा देवी वर्मा अध्यक्ष जिला पंचायत रायपुर, श्रीमति रमा नोहर यादव सभापति जनपद पंचायत आरंग, श्रीमति धनमत गायकवाड़, सरपंच मन्दिर हसौद,रोहित वर्मा पूर्व सरपंच मंदिरहसौद, जिला महन्त सन्त सारंग, लोक कलाकार, आसनपूजा परिवार, मेला कमेटी सदस्य, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, समाज प्रमुख, महन्तगण, त्रिस्तरीय पंचायत व सोसाइटी के निर्वाचित प्रतिनिधि सहित अनेक सामाजिक धार्मिक सांस्कृतिक संगठन समितियों के पदाधिकारी सदस्यों और कार्यकर्ताओं के अलावा हजारों की संख्या में उपस्थित भक्तों और सन्तों की भीड़ ने जगतगुरु जी के दर्शन कर शुभाशीष प्राप्त किया।