एमपी ई कॉप ऐप लॉन्च : मध्यप्रदेश पुलिस ने किया हर तरह की सुरक्षा का वादा
भोपाल
मध्य प्रदेश पुलिस (madhya pradesh police) जनता (public) की तत्काल मदद करने के लिए नये सिरे से तत्पर है. उसने एक मोबाइल ऐप लॉन्च (mobile app) कर दिया है,इसका नाम है-एमपी ई कॉप. ये ऐप हर तरह की मदद के लिए तैयार है.इसमें पुलिस से फौरन मदद, गुमशुदा व्यक्ति, चोरी गए वाहन, किरायेदारों का वेरिफिकेशन और अगर कोई गुप्त सूचना देना हो तो वो भी दी जा सकती है.
आम जनता की ज्यादा से ज्यादा और जल्दी मदद करने के साथ उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने के लिए पुलिस ने एमपी ई कॉप मोबाइल ऐप लॉन्च किया है. पुलिस मुख्यालय की तकनीकी शाखा इसे ऑपरेट कर रही है. कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल फोन में ये ऐप डाउनलोड कर घर बैठे शिकायत दर्ज करा सकता है. बस एक क्लिक पर घर बैठे पुलिस की मदद मिलेगी, ऐसा पुलिस का दावा है. इससे पहले जनता की मदद के लिए पुलिस एक वेबसाइट चला रही थी. अब उससे एक कदम आगे बढ़कर मोबाइल एप लॉन्च किया है.
गृह विभाग ने ट्विटर पर मोबाइल ऐप की जानकारी आम जनता से साझा की है. विभाग ने लिखा है- एमपी ई कॉप मोबाइल एप के माध्यम से आपको मिलेगी मध्यप्रदेश पुलिस की हर जानकारी. अब एक क्लिक पर मध्यप्रदेश पुलिस होगी आपके पास. आज ही डाउनलोड करें : https://t.co/yLmqDbfnFh
भले ही प्रदेश की जनसंख्या के हिसाब से पुलिस बल कम हो,लेकिन डिजिटल दुनिया में तकनीक के ज़रिए पुलिस मदद पहुंचा सकती है. इसी मकसद के साथ एमपी ई कॉप मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया है. इस ऐप में एक एसओएस बटन दिया है. आपात स्थिति में क्लिक करने पर पुलिस को उस व्यक्ति की लोकेशन पता चल जाएगी. इस एप के ज़रिए घर बैठे भी पुलिस की मदद ली जा सकती है. ऐप पर की गई शिकायत के निपटारे की जानकारी भी ऑनलाइन मिल जाएगी. इस ऐप में प्रदेश के हर थाने की जानकारी भी दी गई है. इसके ज़रिए संबंधित इलाके के पुलिस स्टेशन में संपर्क कर मदद ली जा सकती है.
पुलिस विभाग के एमपी ई कॉप मोबाइल ऐप में लापता लोगों और चोरी गए वाहनों की जानकारी भी साझा की है. इससे गुमशुदा लोगों और चोरी गए वाहनों की तलाश आसान हो जाएगी. प्रदेश के दूसरे विभागों के कांटेक्ट नंबर भी ऐप पर उपलब्ध हैं.
एमपी ई कॉप मोबाइल ऐप के ज़रिए पुलिस वेरिफिकेशन की सुविधा भी दी गई है ताकि व्यक्ति को थानों के चक्कर काटने की जरूरत ना पड़े. यदि किसी व्यक्ति को सत्यापन कराना है या फिर अपने किराएदारों का वेरिफिकेशन कराना है तो वो वह इस ऐप के जरिए थाने से वेरिफिकेशन करा सकता है. अगर किसी संदिग्ध गतिविधि या फिर किसी तरीके की गोपनीय जानकारी पुलिस को मुहैया करानी है तो उसमें भी ये ऐप मददगार है. यह जानकारी गोपनीय रखी जाती है. इसमें जानकारी देने वाले व्यक्ति का नाम सामने नहीं आता है.