किसानों को शबरी नदी से मिलेगी सिंचाई सुविधा – लखमा
रायपुर
उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए सुराजी गांव योजना के तहत गौठान का निर्माण किया जा रहा है। इन गौठानों में ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को आयमूलक गतिविधियों से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने शबरी नदी के किनारे विद्युत लाईन बिछाई जाएगी। श्री लखमा आज सुकमा जिले बुड़दी में निर्मित गौठान का लोकार्पण करने के बाद पंच-सरपंच सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
लखमा ने इस अवसर पर कहा कि श्री भूपेश बघेल की सरकार आम जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जलवायु में हो रहे परिवर्तन का असर खेती-किसानी पर भी पड़ रहा है। आने वाले समय में पानी की भीषण समस्या होगी और इस समस्या के निराकरण के लिए अभी नालों के बंधान का कार्य नरवा कार्यक्रम के तहत प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि शबरी नदी के किनारे बसे किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विद्युत लाईन बिछाई जाएगी। इससे शबरी नदी का पानी बेकार नहीं बहेगा और किसानों को मिलने वाली सिंचाई सुविधा से फसल उत्पादन बढ़ेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि तेंदूपत्ता संग्राहकों को भी अब प्रति मानक बोरा ढाई हजार रुपए से बढ़ाकर चार हजार रुपए किया गया है।
उद्योग मंत्री ने नवनिर्मित गोठान का अवलोकन किया और यहां वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर रही महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों तथा ग्रामीणों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि गौठानों के निर्माण से दोहरी फसल लेने वाले किसानों को फसल चराई की समस्या से निजात मिलेगी। उन्होंने बताया कि गौठानों में लघु वनोपज का संग्रहण होगा। इससे वनांचल में लघु वनोपज का संग्रहण करने वालों को सही कीमत मिलेगी। इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों को गोठान के पास ही तालाब का निर्माण कर मछलीपालन प्रारंभ करने और महिलाओं को मुगीर्पालन जैसी रोजगारमूलक गतिविधियों से जोड?े के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि यहां शीघ्र ही महिलाओं को मशरुम उत्पादन के कार्य से भी जोड़ा जाएगा और पौधों की रक्षा के लिए ट्री गार्ड बनाने हेतु बांस भी उपलब्ध कराया जाएगा। श्री लखमा ने इस अवसर पर क्षेत्रीय विकास के लिए स्वीकृत विभिन्न निर्माण कार्यों की जानकारी दी।