दाल में तड़का लगाइए संभलकर! बाजार में मिल रहा है नकली जीरा
नकली दूध, मावा और पनीर के अलावा कई मसालों की मिलावट की खबरें आपने सुनी होंगी लेकिन क्या आपने कभी जीरे में मिलावट की खबरें सुनी हैं। कुछ दिनों पहले दिल्ली पुलिस ने नकली जीरे बनाने वाले ऐसे ही गिरोह का भंडाफोड़ किया है। लेकिन उससे भी बड़ी बात ये हैं कि पुलिस ने जो नकली जीरा पकड़ा है उसे आप गौर से देखने पर नकली होने पर संदेह नहीं कर पाएंगे।
लेकिन असली जैसा दिखने वाला ये नकली जीरा सेहत पर कई खतरनाक प्रभाव डाल सकता है। जीरे का रूप देने के लिए इसमें पत्थरों का चूरा मिलाया जा रहा है। इतना ही नहीं इसे जीरे का रूप देने के लिए हानिकारक रंग तक का प्रयोग हो रहे हैं। आइए जानते हैं इसके साइडइफेक्ट्स।
कैसे बनता है मिलावटी जीरा?
जंगली घास, पत्थर के दाने, सूजी और गुड़ के शीरे। इन सब के इस्तेमाल से नकली जीरा बनाया जा रहा है, जिसे बाजार में 20 रुपए किलों के हिसाब से सस्ते दाम में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है।
किडनी स्टोन
जीरा पर कीचड़ और सीमेंट कोटिंग की जाती हैं जिससे ये किडनी में स्टोन बनने का कारण बन सकता है। कई बार स्टोन यूरिन की नली में भी फंस जाता है।
पेट की समस्या
सफेद और भूरे रंग के पाउडर के साथ नकली जीरे या सौंफ पेट की समस्याओं का कारण होता है, इसकी वजह से पेट में दर्द भी हो सकता है।
स्किन इश्यूज
ये नकली जीरा सेहत के लिए बेहद खतरनाक है इसके लगातार सेवन से आपकी इम्यूनिटी पर तो असर पड़ता ही है, इसके अलावा इसे खाने से स्टोन और त्वचा से संबधित बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है।
कैंसर होने का खतरा
हानिकारक डाई कैंसर कारक हो सकती है। यदि इनका लंबे समय तक प्रयोग किया जाए तो यह कई अन्य बीमारियों की वजह बन सकता है।
कैसे करें नकली जीरे की पहचान
खास बात यह कि सामान्य जीरे की तरह इसमें किसी तरह की खुशबू नहीं होती। इसके अलावा नकली जीरे की पहचान कर आप कई खतरनाक बीमारियों से बचा सकते हैं। जीरे को पानी में भिगो कर अच्छी तरह धो कर प्रयोग करें। यदि ये नकली होगा तो पानी के बदलते रंग से पता चल सकेगा।