एडवेंचर गेम हादसे की जांच पर उठा सवाल, मुख्यमंत्री से शिकायत
रायपुर
द रेडिएंट वे स्कूल के पालकों ने एडवेंचर गेम हादसे की जांच पर सवाल उठाते हुए कहा है कि 11 दिनों बाद भी घटना की जांच शुरू नहीं हो पाई है। इसकी शिकायत उन्होंने जन चौपाल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से करते हुए कहा है कि स्कूल प्रबंधन की मनमानी लगातार जारी है। न एसडीएम जांच के लिए स्कूल पहुंचे हैं और न ही वे बच्ची के माता-पिता से मिले हैं। उन उपकरणों को भी जब्त नहीं किया गया है, जिससे हादसे हुए हैं। इतना ही नहीं, स्कूल में बच्चों की सुरक्षा और पालकों की समस्याओं को लेकर भी उनसे कोई चर्चा नहीं की गई है। उन्होंने ऐसी जांच पर नारजगी जताई है।
स्कूल पालकों ने रविवार को एक पत्रवार्ता में आगे बताया कि एडवेंचर गेम को लेकर एसडीएम किसी से संपर्क ही नहीं कर रहे हंै। उन्होंने अभी तक प्राचार्य का बयान नहीं लिया है। प्रत्यक्षदर्शियों से बात नहीं की है। घटना की बारीकी से जांच-पड़ताल नहीं की गई है। इतनी बड़ी घटना की यह कैसी जांच है। जिला शिक्षा अधिकारी ने विभाग की ओर से पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने की बात पिता एवं मीडिया से कही थी, लेकिन अभी तक विभाग की ओर से कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है। बच्ची अभी तक अस्वस्थ है, लेकिन सभी कह रहे हैं वह बच्ची ठीक है। प्राचार्य भी बयान में गलती नहीं मान रही है और दूसरों पर दोष लगा रही है।
पालकों ने कहा कि द रेडिएंट वे स्कूल में पालक समिति नहीं है। हर चीज में कमाई पर ध्यान है। पहले पारदर्शी यूनिफार्म लागू किया। फिर बच्चों को स्पोर्टस टी शर्ट, पैंट लेने बाध्य किया। अब नए जैकेट, स्वेटर खरीदने कहा जा रहा है। जबकि सभी के पास पहले से जैकेट, स्वेटर है। उन्होंने बताया कि स्कूल प्रबंधन स्कूल परिसर में ही किताब बेचता है। 25 से 40 प्रतिशत फीस बढ़ी हुई है, जिसे कम करने की मांग जून से की जा रही है। स्कूल मनमानी की शिकायत बीईओ, डीईओ, कलेक्टर, सचिव और मंत्री तक की गई है, पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।