भूतपूर्व सैनिकों को अब पेंशन की नहीं होगी टेंशन:राजनाथ
लखनऊ
देश की सेवा में अपना सर्वोत्तम समय देने वाले सेवानिवृत व भूतपूर्व सैनिकों की समस्याएं जानने पहली बार देश के रक्षामंत्री खुद उनके बीच पहुंचे। रक्षामंत्री को अपने बीच देख भूतपूर्व सैनिक गदगद हो उठे। उन्होंने खुलकर समस्याएं बताईं। रक्षामंत्री ने भी उन्हें परिवार का सदस्य बताते हुए कहाकि उनको पेंशन के लिए टेंशन नहीं होगी। रक्षा लेखा विभाग इसके लिए मुस्तैदी से जुटा हुआ है। उनकी पेंशन सीधे मंजूर होगी।
मौका था दो दिवसीय 172वें रक्षा पेंशन अदालत के उद्घाटन समारोह का। यह लखनऊ में दूसरी और प्रदेश में 11वीं पेंशन अदालत है। इससे पहले लखनऊ में वर्ष 2012 में पेंशन अदालत हुई थी। मध्य कमान एवं रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (पेंशन) प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अदालत के उद्घाटन समारोह में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि थे। निर्धारित समय ठीक दस बजे वह छावनी स्थित सेना चिकित्सा कोर केन्द्र एवं कॉलेज के स्टेडियम पहुंचे। बड़ी संख्या में मौजूद पेंशनर्स का अभिवादन किया।
भूतपूर्व सैनिक प्रेरणा के स्रोत
राजनाथ सिंह ने कहा कि भूतपूर्व सैनिक प्रेरणा के स्रोत हैं। इसी प्रेरणा के कारण बड़ी संख्या में युवाओं में राष्ट्रीय स्वाभिमान की भावना जागृत है। सेनाभर्ती रैली की बढ़ती मांग व उसमें उमड़ती भीड़ इसका प्रमाण है। यह जानते हुए कि वह दुश्मन की गोली का कभी भी शिकार हो सकते हैं । इसके बावजूद वह देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर करने को आतुर हैं।
भूतपूर्व सैनिक का सेवारत के बराबर सम्मान
रक्षा मंत्री ने कहा कि वह भूतपूर्व सैनिकों का सेवारत सैनिकों के बराबर ही सम्मान करते हैं। सियाचीन की बफीर्ली चोटी पर तैनात सैनिकों से मिलने के बाद पता चला कि भूतपूर्व सैनिकों ने भी उन्हीं परिस्थितियों में अपनी जिम्मेदारी निभाई है। इनके त्याग व बलिदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने पेंशन से जुड़े स्टालों को देखा और भूतपूर्व सैनिकों, वीर नारियों एवं दिव्यांग सैनिकों से मुलाकात की।
रक्षा पेंशन विभाग का डिजीटलीकरण जल्द
रक्षा लेखा महानियंत्रक संजीव मित्तल ने कहा कि रक्षा पेंशन विभाग का डिजीटलीकरण जल्द होगा। समग्र पेंशन पोर्टल भी शीघ्र शुरू किया जाएगा। पीसीडीए पेंशन प्रयागराज ने एक वेबसाइट www.pcdapension.nic.in शुरू की है। इसपर पेंशन व पेंशन लाभों से जुड़ी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा डिफेंस पेंशन कॉल सेन्टर व टोल फ्री नंबर (1800-180-5325) भी जारी किया गया है। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद मध्य कमान के सेनाध्यक्ष ले. जनरल इकरूप सिंह घुमन रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (पेंशन) प्रयागराज विश्वजीत सहाय भी मौजूद रहे।