मध्य प्रदेश में छात्र संघ चुनावों की तारीख क्यों तय नहीं कर पा रहा उच्च शिक्षा विभाग?
भोपाल
उच्च शिक्षा विभाग (Higher Education department) ने 34 साल बाद प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने की हामी भरी, यानि लंबी जद्दोजहद के बाद प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव होंगे इस पर सहमति बनी और कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव (Student Union Election) की सुगबुगाहट भी सुनाई दी लेकिन अब तक चुनावों के लिए तारीख तय नहीं हो पाने से छात्र निराश हो रहे हैं. अब चुनाव अगले सत्र (Next Session) के लिए टलते नजर आ रहे हैं. 16 सालों के लंबे इंतज़ार के बाद छात्रों को उम्मीद थी कि इस साल छात्र संघ चुनाव अवश्य होंगे, लेकिन अब लगता है कि छात्रों को थोड़ा और इंतजार करना होगा.
छात्र संघ चुनाव को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव होना तय हो गया है. इस बार कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है, जिसके चलते कॉलेजों में छात्रों की संख्या में गिरावट हुई है. कॉलेजों में प्रोफेसरों की भी कमी है, जिसके चलते चुनाव के बारे में विचार-विमर्श किया जा रहा है. चुनावों को लेकर अधिकारियों से लगातार चर्चा चल रही है. इसलिए ये संभावना अभी बनी हुी है कि इस सत्र में ही छात्र संघ चुनाव हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि एक से दो हफ्तों के भीतर चुनाव को लेकर निर्णय हो सकता है.
भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस वो पार्टी है जो विपक्ष में रहने पर कुछ और भाषा बोलती थी और सरकार में आने पर अब कुछ और बोल रही है. इनकी नीयत में खोट है, कार्यशैली में दोष है. छात्र संघ चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से कराने की बात भले ही करते रहे हों लेकिन अब तक किसी भी प्रणाली से चुनाव करा ही नहीं पाए हैं. इनको ना तो मुद्दों से सरोकार है ना ही छात्रों से. विधानसभा चुनाव से पहले छात्रसंघ चुनाव जल्द से जल्द कराने की बात जोर-जोर से करने वाली सरकार अब छात्र संघ चुनाव पर एक दम चुप्पी साधे बैठी है..