लॉकअप से भाग गई आरोपी महिला, बिलासपुर में पकड़ी गई
भिलाई
तीन महिला आरक्षकों की आंखों में धूल झोंकर बर्खास्त सिपाही की जालसाज पत्नी थाने से भाग गई। जानकारी मिलते ही अलग-अलग टीम को महिला की तलाश में लगाया गया। बुधवार दोपहर करीब 1 बजे महिला को बिलासपुर स्थित उसके रिश्तेदार घर से पकड़ लिया गया। धोखाधड़ी के आरोप में रायपुर की विशाखा को महिला थाने में रखा गया था। जबकि पति इमरान कादरी व उसके दोस्त साहबुद्दीन को सुपेला में रखा था। विशाखा रात में भाग निकली थी।
सुपेला थाने में पदस्थ महिला सिपाही ममता वासनिक जालसाज महिला विशाखा को लिखापढ़ी करने के बाद उसे महिला थाने लेकर गई थी। सूत्रों के मुताबिक महिला थाने में रात को आरक्षक सेवंती कुसरे व हुसली यादव की तैनाती थी। सुपेला की महिला आरक्षक ने आरोपी को महिला कैदी वार्ड में बंद कर दिया। थाने में मौजूद तीनों महिला आरक्षक आरोपी की सुरक्षा का नजरअंदाज करके बेफ्रिक हो गई। रात करीब साढ़े तीन बजे महिला आरोपी थाने के शटर गेट पर लगे ताले को खोला और भाग गई। रात को भाग कर वह स्टेशन पहुंच गई। ट्रेन के जरिए वह बिलासपुर स्थित अपने रिश्तेदार के घर पहुंच गई।
पुलिस ने मंगलवार को दुर्ग के सराफा कारोबारी आदर्श जैन निवासी खंडेलवाल कॉलोनी की शिकायत पर बर्खास्त आरक्षक इमरान कादरी, उसकी पत्नी विशाखा और दोस्त साहबुद्दीन को गिरफ्तार किया। टीआई बीएस कुशवाह ने बताया कि 10 नवंबर को आरोपी ने कारोबारी से संपर्क किया। फोन पर कहा कि सोने चांदी के जेवर है। तीनों आरोपी 11 नवंबर को व्यवसायी से मिले। जालसाज बिना बिल से आभूषणों का सौदा करने आ गए। व्यवसायी ने आरोपियों को तीन लाख रुपए एडवांस दे दिया। तीनों सोने के जेवर दिए और चले गए। व्यवसायी ने आभूषणों की जांच कराई तो वह नकली निकले।