भाप में पके भोजन के होते हैं कई फायदे, न के बराबर होती है कैलोरी और पचाने में भी आसान
भाप में पका हुआ खाना या स्टीम्ड फूड कई मायनों में शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। भाप में पकाए जाने की वजह से इस तरह के भोजन में तेल बहुत कम मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है। लो-फैट होने के साथ-साथ स्टीम्ड फूड लो-कैलोरी भी होता है।
भाप में पकाने से भोजन में इस्तेमाल होने वाली सब्ज़ियां, फलों और मसालों के सभी पोषक तत्व बरकरार रहते हैं। खासकर विटामिन सी जैसे तत्व को स्टीमिंग से बरकरार रखने में मदद होती है। डीप फ्राइंग, बॉइलिंग और आम तरीकों से पकाने से भोजन के कई पोषक तत्व नष्ट हो जाती है। इसके अलावा ये भोजन खाने में बहुत आसान होता है।
वजन नहीं बढ़ता
भाप पर पका खाना लो कैलोरी फूड है। इसमें घी या तेल की जरूरत नहीं होती, इसलिए यह फैट फ्री माना जाता है। जिससे वजन नहीं बढ़ता।
पचाना होता है आसान
भोजन को भाप में पकाने से उनमें मौजूद फाइबर नरम हो जाता है। फलों और सब्ज़ियों का फाइबर नरम होने से इन्हें पचाना आसान हो जाता है। फाइबर की मदद से शरीर को सभी पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद होती है।
फूड का बढ़ता है स्वाद
स्टीमिंग का एक और बड़ा फायदा है फलों के रंग और आकार को बनाए रखना। इससे सब्ज़ियां और फल ज़्यादा क्रंची और स्वादिष्ट नज़र आते हैं। इससे भोजन चिपचिपा नहीं महसूस होगा और भोजन का स्वाद भी बरकरार रहता है।
पौष्टिक तत्व सुरक्षित रहते हैं
भाप पर पके खाने को अन्य तकनीक से बने खाने की तुलना में ज्यादा पौष्टिक माना जाता है। इसमें पका खाना न तो जलता है और न ही इसमें कोई हानिकारक तत्व पैदा होता है। इसमें सब्जियों और अनाज के सभी पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं।
दिल के लिए बेहद अच्छा
स्टीम्ड फूड दिल के लिए बहुत हेल्दी माना जाता है। इसमें धमनियों की सेहत को नुकसान पहुंचाने वाला बैड कॉलेस्ट्रॉल नहीं होता। इसलिए इसे छोटे बच्चों और बड़ी उम्र के लोगों को भी आराम से दिया जा सकता है।
कूकिंग का हेल्दी तरीका
खाना पकाने के लिए स्टीमिंग एक अच्छा तरीका है। स्टीम्ड करके तैयार किए फूड का एक फायदा ये है कि इसे तैयार करने में ज़्यादा ईंधन की ज़रूरत नहीं पड़ती। यह एक सस्ता और फायदेमंद तरीका हो सकता है।