राम मंदिर के लिए ट्रस्ट का गठन इसी महीने
नई दिल्ली
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर राम मंदिर के लिए ट्रस्ट का गठन इसी महीने हो सकता है। संस्कृति मंत्रालय के अधीन बनने वाले इस ट्रस्ट के लिए सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट का मॉडल अपनाए जाने की संभावना है ताकि, केंद्र और राज्य सरकार ट्रस्ट में सदस्यों को नामित कर सकें। सरकार तिरुपति देवस्थानम और श्री माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड सहित दूसरे ट्रस्ट का भी अध्ययन कर रही है।
सोमनाथ मॉडल बेहतर
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राम मंदिर निर्माण और देखभाल के लिए सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट सबसे बेहतर उदाहरण है। यह ट्रस्ट सोमनाथ मंदिर के आसपास के कई मंदिरों की देखभाल भी करता है।
मठों की जिम्मेदारी संभव
राम मंदिर ट्रस्ट को आसपास के मंदिर और मठों की जिम्मेदारी भी दी जा सकती है। इसमें केंद्र और राज्य सरकार के नुमाइंदे, राम मंदिर न्यास, मंदिर आंदोलन में सक्रिय रहे व्यक्ति शामिल किए जा सकते हैं।
ज्यादा हो सकती है संख्या
मंदिर आंदोलन के अगुवा शामिल हुए तो इसमें सदस्यों की संख्या सोमनाथ ट्रस्ट के सदस्यों के मुकाबले अधिक हो जाएंगे।
सोमनाथ ट्रस्ट में मोदी भी
सोमनाथ ट्रस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी सहित सात सदस्य हैं। सूत्रों का कहना है कि यह तय नहीं है कि राम मंदिर ट्रस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे या नहीं, पर सदस्य नामित करने में उनकी अहम भूमिका होगी।
धर्मगुरुओं से मिले डोभाल
अयोध्या मसले पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने आपसी भाईचारा बनाए रखने के लिए हिंदू और मुस्लिम धर्मगुरुओ संग बैठक की।
आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले 77 गिरफ्तार
अयोध्या मामले में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले 77 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 22 केस दर्ज हुए और 40 को दबोचा गया। आईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार ने बताया चौबीस घंटे में प्रदेश में 4563 सोशल मीडिया पोस्ट के विरुद्ध कार्रवाई हुई।
अयोध्या में कड़ी सुरक्षा
अयोध्या में रविवार को फैसले के दिन से ज्यादा कड़ी सुरक्षा रही। मंदिरों के रास्तों पर बिना आईडी के प्रवेश पर रोक रही। इस बीच, सुरक्षा एजेंसियों ने जैश हमले को लेकर सरकार को सावधान किया है।