ऑस्ट्रेलिया के जंगल में तेजी से फैल रही आग, आपातकाल घोषित
कैनबरा
ऑस्ट्रेलिया के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में सोमवार को आग आपातकाल घोषित कर दिया। ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर जंगलों में लगी आग की चपेट में आने से 3 लोगों की मौत होने और 150 से अधिक घरों के जल के खाक होने के बाद यह घोषण की गई। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आग के कारण कम से 1000 घरों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। आपातकाल लागू होने के कारण आसपास के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है और अग्निशमन विभाग आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटा है।
अब तक की सबसे खतरनाक आग होने की आशंका
न्यू साउथ वेल्स राज्य के आपातकालीन सेवा मंत्री डेविड इलियट ने कहा कि स्थानीय निवासी ऐसी स्थिति का सामना कर रहे हैं, जो अब तक की सबसे खतरनाक आग में तब्दील हो सकती है। सरकारी अधिकारियों का कहना है कि पिछले 3 दिनों में स्थिति खतरनाक स्तर पर है और काफी नुकसान हुआ है। सरकारी अधिकारियों ने मंगलवार तक आग के और खतरनाक होने की आशंका जताई और कहा कि आग का स्तर देश के सबसे बड़े शहर सिडनी तक पहुंच सकता है।
आग के कारण क्षेत्र में आपातकाल की घोषणा
ऑस्ट्रेलिया के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य न्यू साउथ वेल्स में तेज हवाओं के कारण आग फैल गई। न्यू साउथ वेल्स की नेता ग्लैडीस बेरेजिक्लयन ने सिडनी में कहा, ‘विनाशकारी मौसम का मतलब है कि चीजें तेजी से बदल सकती है।’ सप्ताहभर के आपातकाल की घोषणा से ग्रामीण अग्निशमन सेवा को किसी भी सरकारी एजेंसी को किसी भी कार्य को करने या करने से रोकने का निर्देश देने का अधिकार मिल जाता है।
सरकार ने क्लाइमेट चेंज से आग की घटना जोड़ने पर नहीं दी प्रतिक्रिया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया की कंजर्वेटिव सरकार ने क्लाइमेट चेंज से आग को जोड़ने की घटना पर प्रतिक्रिया नहीं दी। प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन से जब जलवायु परिवर्तन के कारण आग लगने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, जिसकी देश की मीडिया में आलोचना भी हो रही है। प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा, 'मैं इस मौके पर किसी दूसरे मुद्दों की पड़ताल में नहीं जाना चाहता। मेरी और पूरे ऑस्ट्रेलिया की संवेदना इस वक्त पीड़ितों के साथ है।'