बीमा कंपनी का रोल होगा खत्म, इस नए फॉर्मूले से सरकार चलाएगी आयुष्मान योजना
रायपुर
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के ड्रीम प्रोजेक्ट आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana) राज्य शासन एक बड़ा बदलाव कर सकती है. कहा जा रहा है कि नई योजना के मुताबिक इस योजना को अब एक ट्रस्ट मॉडल से चलाने का प्लान सरकार तैयार कर रही है. इस नए स्कीम के लागू होने से माना जा रहा है कि बीमा कंपनी की भूमिका पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा. अब पूरी राशि सरकार के ट्रस्ट में ही जाएगी, बीमा कंपनी के पास नहीं. कहा जा रहा है कि सरकार ने ये पूरी योजना तैयारी कर ली है. अब जल्द इसे कैबिनेट में इसे पेश भी किया जा सकता है. मंत्री मंडल की मुहर लगने के बाद इसे पूरी तरीके से लागू किया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक पहले 50 हजार रुपए बीमा कंपनी से और साढ़े चार लाख रुपए राज्य सरकार वहन करती थी और ये हाईब्रिड मॉडल से चल रहा था. लेकिन अब सरकार इसमें बदलाव करते हुए पूरे ट्रस्ट माडल से चलाएगी. बताया जा रहा है कि इसमें साढ़े चार लाख के अलावा 50 हजार रुपए भी बीमा कंपनी के बजाय ट्रस्ट में ही रहेगा और इसके लिए केन्द्र सरकार से मिलने वाली मदद को ट्रस्ट में ही रखा जाएगा. इसके अलावा सरकार विचार कर रही है कि 5 लाख रुपए से अधिक खर्च अगर किसी बीमारी में आती है तो उसे भी राज्य सरकार यूनिवर्सल हेल्थ केयर के माध्यम से वहन करेगी. माना जा रहा है कि जल्द सरकार इस पर मुहर लगा सकती है.
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Health Minister TS Singhdeo) का कहना है कि आयुष्मा योजना में बदलाव की संभावना है. अभी ये हाईब्रिड मॉडल से चलाया जा रहा था. देश के 9 राज्य ऐसे है जहां फुल इंश्योरेंस मॉडल पर आयुष्मान योजना चल रही है. तो वहीं 17 प्रांत ऐसे हैं जहां ट्रस्ट मॉडल पर ये योजना चल रही है और 7 राज्य ऐसा है जहां हाईब्रिड मॉडल से चलाया जा रहा है. अब केंद्र से आने वाली राशि वो बरकरार रहेगा, लेकिन वर्किंग ट्रस्ट के माध्यम से अब हो सकता है. अब पूरे तरीके से ट्रस्ट मॉडल से आयुष्मान योजना चलाने की योजना बनाई जा रही है.