मां-बाप की इकलौती संतान थे रोशन व बेचन
सिकन्दरपुर
इलाके के वंशी बाजार गांव में बुधवार को मातम पसर गया। छठ पूजा से ठीक पहले एक साथ तीन युवकों की घाघरा नदी में डूबकर मौत होने की खबर मिलने के बाद हर पूरा गांव गम में डूब गया। इस हादसे के बाद दो घरों के चिराग ही बुझ गये। दीपावली के हंसी-खुशी बीतने के बाद गांव के लोग छठ पर्व की तैयारी कर रहे थे। युवकों ने लक्ष्मी पूजा का आयोजन कर धन-सम्पदा के साथ ही परिवार के खुशियों की कामना की थी। बुधवार को युवा मंडली मूर्ति विसर्जित करने पहुंची जहां नदी में डूबकर तीन युवकों की जान चली गयी। इसकी खबर जंगल की आग की तरह पूरे गांव में फैली तो जो जैसे व जहां था घाट की ओर चल पड़ा। कुछ देर बाद उनका शव पानी से बाहन निकला तो नदी का पूरा किनारा करुण-चित्कार से गुंजने लगा। ग्रामीणों की मानें तो रोशन व बेचन माता-पिता की एकलौती संतान थे, जबकि मोनू दो भाईयों में छोटा था। लोगों का कहना था कि तीनों गहरे दोस्त थे तथा एक साथ इंटर की पढ़ाई कर रहे थे। बच्चों की मौत के बाद रोशन की मां मंजू व पिता भरत गुप्त, मोनू की मां राजकुमारी व पिता नवीन प्रजापति तथा बेचन की मां कौशल्या व पिता लालू का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। छठ मईया से अपने पुत्रों की लम्बी उम्र की कामना के लिये व्रत करने की तैयारी कर रही तीनों महिलाओं की गोद सूनी हो गयी, इसका विश्वास नहीं हो रहा था।