मानव सेवा ही ईश्वर की असली सेवा है,और असली खुशिया भी बुजुर्गो के साथ :अखिलेश पांडे
रायपुर :बीते कल काव्य भारती के संस्थापक मनीष दत्त के साथ दिवाली मानाने उनके निवास पहुचे अभिनेता अखिलेश पांडे, इस दौरान उनके साथ मनीष दत्त जी के बहुत से शिष्य भी उपस्थित मनीष जी ने काव्य भारती के माध्यम से हिंदी साहित्य व काव्य को जिंदा रखने का प्रयास किया है इन्होंने 2000 कविताओं को संगीतबद्ध किया है और उसे गीत के माध्यम से रिकॉर्ड भी कराया है उनके बनाए हुए ग्रामोफोन आज भी आकाशवाणी में चलते हैं परंतु शासकीय अपेक्षाओं की वजह से मनीष दत्त जी का जो सपना है वह पूरा अभी तक नहीं हो पाया है रविंद्र नाथ टैगोर जी के बाद अगर किसी ने कविताओं को संगीतबद्ध करके गीतों में पिरोया है तो वह है मनीष दत्त जिन्होंने अपने जीवन के 68 साल काव्य को दे दिए और इसके लिए उन्होंने अपने सारे सुख त्याग दिए उन्होंने जो सपने देखे हैं छत्तीसगढ़ के लिए वह अगर पूरे होते हैं तो छत्तीसगढ़ का नाम पूरी दुनिया में एक अलग तरह से लिया जाएगा जब हमने इस संदर्भ में अखिलेश से बात की तब उन्होंने बताया की वह जब से मनीष दत्त जी से मिले हैं तब से उनके मुरीद हो गए हैं उन्होंने कहा की असली संत यह है जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन काव्य को समर्पित कर दिया और उन्होंने जो सपना जनकल्याण का देखा है उसे पूरा करने में वह अपना पुरजोर लगाएंगे इस दौरान अखिलेश ने मनीष जी के साथ फुलझड़ी जलाई व सभी को दीपावली की शुभकामनाएं दी जब हमने अखिलेश से पूछा तब उन्होंने कहा की मनीष दत्त जी के साथ दीपावली मनाने का अनुभव अद्भुत रहा और उनका हर साल प्रयास रहता है की वह अपनी दिवाली ऐसे ही लोगों के साथ मनाएं जोकि जनकल्याण में लगे हो इस दौरान मनीष दत्त जी के कुछ शिष्य भी उनके साथ दीपावली को मनाए जिनमें मुख्य रूप से अभय दुबे व उनके साथी थे इस दौरान अखिलेश ने सभी लोगों से अपील की की सभी लोग अपने आसपास के जरूरतमंद लोगों की मदद करें और उनकी दिवाली को भी अच्छे से मनाने का उन्हें अवसर दें