टेस्ट सीरीज के बाद विजय हजारे में गरजा मयंक का बल्ला, राहुल-देवदत्त की फिफ्टी, फाइनल में कर्नाटक
नई दिल्ली
साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कागिसो रबाडा सहित कई धुरंधर गेंदबाजों को छकाने के बाद मयंक अग्रवाल का बल्ला बुधवार को विजय हजारे ट्रोफी में गरजा। टेस्ट सीरीज खत्म होने के आगले ही दिन मयक बेंगलुरु में खेले गए विजय हजारे ट्रोफी का सेमीफाइनल खेलने पहुंच गए। उन्होंने अपनी घरेलू टीम कर्नाटक की ओर से बैटिंग करते हुए 33 गेंदों में 3 चौके और 4 छक्के जड़ते हुए नाबाद 47 रनों की पारी खेल डाली। मयंक की तूफानी पारी, विकेटकीपर बल्लेबाज लोकेश राहुल (111 गेंदों में धैर्यपूर्वक खेली गई नाबाद 88 रन) और देवतत्त पडीक्कल (92 रन, 98 गेंद, 7 चौके और 3 छक्के) की अर्धशतकीय पारी की मदद से कर्नाटक ने छत्तीसगढ़ के खिलाफ यह मुकाबला महज एक विकेट खोकर जीत लिया। बता दें कि मयंक ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दो शतक सहित 340 रन बनाए थे। वह रोहित शर्मा (529 रन) के बाद सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे।
यूं गिरे छत्तीसगढ़ के विकेट
मैच में छत्तीसगढ़ ने 49.4 ओवरों में सभी विकेट खोकर 223 रन बनाए थे। छत्तीसगढ़ के लिए सबसे अधिक अमनदीप खरे ने 102 गेंदों में 4 चौके की मदद से 78 रनों की पारी खेली, जबकि सुमित रुईकर ने 37 गेंदों में 1 फोर और 2 सिक्स की मदद से 30 रन बनाए। कप्तान अरप्रीत सिंह ने 25, आशुतोष सिंह ने 20 और अजय मंडल ने 26 रन बनाए। इनके अलावा कोई भी बल्लेबाज टिककर नहीं खेल सक। दूसरी ओर, कर्नाटक के लिए वी कौशिक ने 46 रन देकर 4 विकेट झटके, जबकि अभिमन्यु मिथुन, कृष्णप्पा गौतम और प्रवीण दुबे ने 2-2 विकेट अपनी झोली में डाले।
9 विकेट से जीता कर्नाटक, तमिलनाडु से फाइनल
छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरी कर्नाटक टीम ने जोरदार शुरुआत की। केएल राहुल और देवदत्त ने पहले विकेट के लिए 30.5 ओवर में 155 रन जोड़ डाले। कर्नाटक का इकलौता विकेट देवदत्त के रूप में गिरा, जो अजय मंडल के खाते में गया। इसके बाद केएल राहुल और मयंक ने कोई झटका नहीं दिया और टीम को फाइनल में पहुंचा दिया। जहां उसका मुकाबला तमिलनाडु के साथ 25 अक्टूबर को बेंगलुरु में खेला जाएगा।