शी का ऐलान, चीन के दुश्मनों को हम कुचल देंगे
काठमांडू
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने रविवार को चेतावनी दी कि चीन को विभाजित करने की जो कोई कोशिश करेगा, उसे कुचल दिया जाएगा। चीन के राष्ट्रपति के बयान को तिब्बत के संदर्भ में देखा जा रहा है, जिसके साथ नेपाल की लंबी सीमा है। चीनी राष्ट्रपति ने यहां नेपाल के शीर्ष नेतृत्व के साथ व्यापक वार्ता की और दोनों देशों ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को सहयोग की रणनीतिक साझेदारी तक पहुंचाया। दोनों देशों के बीच एक ‘ट्रांस हिमालयन’ रेलवे लाइन बिछाने की योजना सहित कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
शी ने चीन-विरोधी ताकतों को दिया बहुत सख्त संदेशउन्होंने कहा कि ट्रांस हिमालयन रेलवे के लिए एक व्यवहार्यता अध्ययन जल्द शुरू किया जाएगा और चीन केरूंग-काठमांडू सुरंग मार्ग के निर्माण में भी मदद करेगा। चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के मुताबिक शी ने कहा, ‘जो कोई भी चीन को विभाजित करने की कोशिश करेगा उसे कुचल दिया जाएगा। उसके शरीर को मिट्टी में दफन कर दिया जाएगा। कोई भी विदेशी ताकत जो चीन के खिलाफ षड्यंत्रकारी ताकतों का साथ देगा उसे चीनी नागरिक अपने खिलाफ समझेंगे।’ नेपाल में तिब्बती आध्यात्मिक गुरु समर्थकों पर नकेल कसने के लिये काठमांडू पर पेइचिंग के दबाव बनाए जाने के बीच शी की ये टिप्पणियां आई हैं। तिब्बत के साथ नेपाल एक लंबी सीमा साझा करता है और करीब 20,000 निर्वासित तिब्बती इस देश में रहते हैं।
नेपाल के साथ चीन ने किया 56 अरब रुपये की मदद
शी ने शनिवार को नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी के साथ अपनी बैठक के दौरान नेपाल के विकास कार्यक्रमों के लिये 56 अरब नेपाली रुपये की मदद की घोषणा की। पिछले 23 बरसों में नेपाल की यात्रा करने वाले शी पहले चीनी राष्ट्रपति हैं। चीनी राष्ट्रपति ने काठमांडू और तातोपानी ट्रांजिट बिंदु को जोड़ने वाले अरनिको हाईवे का उन्नयन करने का संकल्प लिया। इसे नेपाल में आए 2015 के विनाशकारी भूकंप के बाद बंद कर दिया गया था। उन्होंने संपर्क बढ़ाने के लिए और अधिक सीमा चौकियां खोलने का भी संकल्प लिया।