जम्मू कश्मीर में दो सौ से अधिक लोग डेंगू से पीड़ित
नई दिल्ली
जम्मू कश्मीर में कम से कम 222 व्यक्ति डेंगू से पीड़ित पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी और कहा कि चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि इस बीमारी के इलाज और रोकथाम के सभी उपाय किये जा रहे हैं। पिछले साल राज्य में डेंगू के मरीजों की कुल संख्या 214 थी, जबकि पिछले चार साल में इस रोग के कारण किसी की भी मृत्यु नहीं हुई।
जम्मू जिले में डेंगू के 75 मामले दर्ज किये गए जो कि सबसे अधिक है। इसके अतिरिक्त सांबा में 73, कठुआ में 24 और राजौरी में 22 मामले सामने आए। उधमपुर से छह मामले सामने आए और पुंछ, रामबन तथा किश्तवाड़ में डेंगू के दो-दो मामले दर्ज किए गए। रियासी और डोडा में एक-एक मामला दर्ज किया गया। अधिकारी के अनुसार कश्मीर घाटी में केवल दो मामले देखे गए, तीन अन्य रोगियों की पहचान की गयी जो राज्य के निवासी नहीं हैं और नौ अन्य का निवास स्थान का पता नही चला है।
अधिकारी ने कहा कि यह चिंता का विषय नहीं है क्योंकि लगभग सभी मरीज उपचार के बाद स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि डेंगू का पहला मामला 2 अगस्त को दर्ज किया गया था और उसके बाद मरीजों की संख्या में लगातार गिरावट आयी है और अगले सप्ताह तक डेंगू का खतरा समाप्त हो जाएगा। जम्मू नगर निगम ने 'थर्मल फॉगिंग और विशेष स्वच्छता अभियान के जरिए डेंगू और मलेरिया से निजात पाने का प्रयास किया। इन सबके बीच जम्मू के मंडलायुक्त संजीव वर्मा ने शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में डेंगू से लड़ने के उपायों की समीक्षा की। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि बैठक में डेंगू से लड़ने के सभी उपायों और रोगियों के उपचार की जानकारी दी गयी। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों ने बैठक में बताया कि अस्पतालों में उपचार हेतु रक्त और अन्य उपकरणों की कोई कमी नहीं है और अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है।