आने वाली पीढ़ी के लिए पानी बचाना बड़ी चुनौती:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री ने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का किया शिलान्यास
रायपुर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आने वाली पीढ़ी के लिए पानी बचाना सबसे बड़ी चुनौती है। इंद्रावती बस्तर की प्राणदायिनी नदी है, इसमें बारहमासी पानी का बहाव हो, इसके लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जोरानाला के संबंध में ओड़ीसा की सरकार से बात की जाएगी, ताकि इंद्रावती में पानी का प्रवाह बना रहे। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज जगदलपुर के सिरहासार भवन में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्लांट के बन जाने से इंद्रावती में दूषित पानी का प्रवाह रुकेगा। उन्होंने कहा कि इस प्लांट को जल्द से जल्द बनाया जाए, जिससे इसका लाभ यहां की जनता को मिल सके। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने संभागीय मुख्यालय जगदलपुर में आयोजित कार्यक्रम में 25 एमएलडी क्षमता के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का भूमिपूजन किया। अमृत मिशन योजना के तहत 64.70 करोड़ रुपए की लागत से यह सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बालीकोन्टा में बनेगा। उन्होंने यहां हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी जगदलपुर में 55.30 लाख रुपए की लागत से निर्मित पंडित सुंदरलाल शर्मा उद्यान, शहीद पार्क के सामने 10.32 लाख रूपये की लागत से बने सुभाष उद्यान और वृन्दावन कॉलोनी में 9.55 लाख रुपये की लागत निर्मित वृंदावन उद्यान का किया लोकार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री ने जगदलपुर को सुंदर शहर और यहां के लोगों को अच्छा बताते हुए कहा कि जगदलपुर को स्वच्छ बनाए रखने में यहां के लोगों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि जगदलपुर मंे गर्मी के दिनों में इंद्रावती नदी के सूखने और बारिश के दिनों में जल भराव की समस्या देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि इन दोनों समस्याओं के समाधान के लिए सरकार कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार निरंतर कार्य कर रही है। डायवर्सन की प्रक्रिया का सरलीकरण और छोटे भूखंडों की रजिस्ट्री की सुविधा इसी दिशा में उठाए गए महत्वपूर्ण कदम हैं।
इस अवसर पर स्कूल शिक्षा, आदिम जाति कल्याण एवं सहकारिता मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम ने नालियों से बहने वाले पानी के ट्रीटमेंट के लिए इस प्लांट के निर्माण को आवश्यक बताया और कहा कि इससे दूषित जल का सदुपयोग किया जा सकेगा। उन्हांेने कुपोषण मुक्ति तथा आदिवासियों के कल्याण के लिए उठाए जा रहे कदमों के लिए भूपेश बघेल के नेतृत्व में कार्य कर रही छत्तीसगढ़ सरकार की प्रशंसा की।
सांसद दीपक बैज ने कहा कि जल संरक्षण के लिए भूपेश बघेल की सरकार ने अच्छा कार्य किया है। इस सरकार की महात्वाकांक्षी योजना नरवा, गरुवा घुरवा बाड़ी का उल्लेख करते हुए कहा कि नदी-नालों के पुनर्जीवन और बूंद-बूंद पानी का सदुपयोग इस कार्यक्रम का उद्देश्य है। उन्होंने जगदलपुर शहर के विकास के लिए हरसंभव सहायता करने की बात कही।
कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम ने वैज्ञानिक सोच के साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए भूपेश बघेल के कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जल के बूंद-बूंद का उपयोग करने का कार्य यह सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की जरुरतों को देखते हुए कार्य की स्वीकृति प्रदान की जा रही है।
जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन ने कहा कि भूपेश बघेल की सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों से किसान, युवा, गरीब सभी खुश हैं। उन्होंने कहा कि कर्जमाफी और धान का मूल्य बढ़ाना, रिक्त पदों की भर्ती में तेजी लाना, बिजली बिल को हाफ करना जैसे कई अच्छे कार्य बहुत कम समय में किये गए। उन्होंने कहा कि जगदलपुर के महारानी अस्पताल में भी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है और इसके परिणाम शीघ्र प्राप्त होंगे।
महापौर जतीन जायसवाल ने कहा कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में नगर का दूषित पानी पहुंचाने के लिए लगभग 8 किलोमीटर लम्बी पाईपलाईन बिछाई जाएगी। उन्होंने बताया कि यहां प्रतिदिन ढाई करोड़ लीटर पानी का ट्रीटमेंट होगा। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में नागरिकों की मूलभूत जरुरतों को पूरा करने का कार्य किया है। इस दिशा में गलियों में पक्की सड़कों और नालियों का निर्माण, सड़कांे में एलईडी लाईट लगाने जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नरवा, गरुवा, घुरवा बाड़ी कार्यक्रम से प्रेरित होकर जगदलपुर में भी गोठान बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां गोकुल नगर स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने दलपत सागर से जलकुंभी हटाने के लिए डीएमएफटी से राशि उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।