जिन लोगों के परिवार का कोई भी व्यक्ति जेल में है उनके लिए आई राहत वाली खबर :जेल में बंद लोग भी अपने घर करेगें वीडियो कॉल

हरियाणा, दिल्ली, पंजाब और हिमाचल प्रदेश की जेलों में बंद बंदी और कैदी अब अपने परिवार के लोगों से बात करने के लिए वीडियो कॉलिंग कर सकेगें. जानकारी के अनुसार हफ्ते में 2 बार बंदी अपने घर वालों से बात कर सकते हैं. ये वीडियो कॉल व्यवस्था जेलों में बढ़ती भीड़ और मुलाकात के बहाने पहुंच रहे नशीले पदार्थों पर नकेल कसने के लिए की गई है.भिवानी जिला कारागार के अंदर तो वीडियो कॉलिंग की व्यवस्था शुरू भी कर दी गई है. इस व्यवस्था के शुरू होने से बंदियों और कैदियों के घर वालों को बड़ी राहत मिली है. अनुमान है कि जल्द ही दिल्ली की तिहाड़ जेल में भी ये सुविधा शुरू की जाएगी.तिहाड़ जेल में पहले से ही पोस्टपेड सिम से बंदियों से बात होने की व्यवस्था है. इसमे घरवालों को एक पोस्टपेड सिम अपनी आईडी प्रूफ के साथ मुहैया कराना पड़ता है. जिसके बाद प्रतिदिन कोई भी जेल में बन्द व्यक्ति अपने घर बात कर सकता है.पर अब जो वीडियो कॉल की सुविधा शुरू होने जा रही है उसमे आप अपना whatsapp नंबर जेल में एक आईडी प्रूफ के साथ दे सकते हैं. इंडस टेलीकॉम कंपनी के डायरेक्टर मुकेश राठी बताते हैं कि कंपनी ने देश के चार प्रदेश की जेलों में वीडियो कॉलिंग की सुविधा मुहैया कराई है.
जिससे परिजन जेल में बंद अपने लोगों से वीडियो कॉल पर बात कर पाएंगें. जिससे बीमार लोगों और चलने में असमर्थ लोगों को फायदा मिलेगा. घर वाले घर में बैठकर जेल में बंद अपने भाई- पिता- बहन और भी कई रिश्तेदारों से बात कर पाएंगेंजेल प्रशासन का कहना है कि मुलाकत पर आए लोग बंदियों को नशीले पदार्थ दे जाते हैं जिससे जेल में माहौल खराब होता है. लाइन लगने में लोगों का दिन भी खराब होता है. इसलिए जेल में बंद बंदियों और कैदियों के लिए ये शानदार व्यवस्था कराई गई है.महिला बंदी और कैदी अपने घर 9 मिनट कर बात कर पाएंगी और पुरूष बंदी 5 मिनट तक वीडियो कॉल करेगें. बंदी को एक स्मार्ट फोन का नंबर देना होगा जिसे जेल के सिस्टम में इंस्टॉल किया जा सकेगा. और फिर इसी नंबर पर उनसे वीडियो कॉलिंग कर बात संभव हो पाएगी.
साभारः हिन्दुस्तान समचार
फोटो क्रेडिट बाय :गूगल