एडल्ट कंटेंट को लेकर पंकज त्रिपाठी ने कह दी बड़ी गंभीर बात – ‘अगर लोग नग्नता चाहते हैं तो पोर्न देखें’
नई दिल्ली,अभिनेता पंकज त्रिपाठी की राय है कि अगर कोई नग्नता देखना चाहता है, तो उनके लिए पोर्नोग्राफी का विकल्प है और उन्हें वेब श्रंखला में ऐसी चीजों को नहीं ढूंढ़ना चाहिए। पंकज ने कह कि मेरा मानना है कि हर चीज के पीछे कुछ उद्देश्य होना चाहिए। अगर काट-छांट से फिल्म अधूरी रह जाती है तो यह चिंता का विषय है।
विक्रमादित्य (मोटवानी) और अनुराग जैसे फिल्मकार जिम्मेदार इंसान हैं। वे मात्र सनसनी पैदा करने के लिए कोई सीन नहीं बनाएंगे। पोर्नोग्राफी इंटरनेट पर उपलब्ध है। तो ऐसे में वे लोग वेब सीरीज आखिर देखते ही क्यों हैं? जब उनका मूल उद्देश्य नग्नता देखना है।
भारत में डिजिटल सामग्री की संभावित सेंसरशिप पर हो रही तेज बहस के बारे में पूछे जाने पर अभिनेता ने अपनी यह राय साझा की। वह जल्द ही अनुराग कश्यप और विक्रमादित्य मोटवानी की लोकप्रिय वेब सीरीज ‘सेक्रेड गेम्स’ के दूसरे सीजन में नजर आएंगे। पंकज ने कहा कि यहां सर्टिफिकेशन की जरूरत है, सेंसरशिप की नहीं। उन्होंने कहा, “एक जिम्मेदार फिल्म निर्माता जानता है कि उसकी कहानी के लिए क्या आवश्यक है और कितना आवश्यक है। मेरा मानना है कि सेंसरशिप के बजाय, सर्टिफिकेशन की एक प्रक्रिया होनी चाहिए, जो विभिन्न आयु वर्गों के अनुसार फिल्मों को बांटने में मदद करे।
‘सेक्रेड गेम्स’ के दूसरे सीजन में पंकज एक धार्मिक गुरु के किरदार में नजर आएंगे। पंकज ने बताया कि यह कठिन किरदार था, क्योंकि उस भाव को पर्दे पर लाना आसान नहीं था। मैंने कभी भी आध्यात्मिक गुरु का किरदार नहीं निभाया, न ऐसे गुरु से कभी मिला हूं। मैं किसी ऐसे गुरु को करीबी तौर पर जानता भी नहीं हूं। ऐसे में यह एक नई चीज थी, जो मुझे दुनिया के सामने लानी थी।
प्रशंसक बेसब्री से ‘सेक्रेड गेम्स’ के दूसरे सीजन का इंतजार कर रहे हैं। वहीं शो के प्रोमो में अभिनेता का डायलॉग ‘बलिदान देना होगा’ ने पहले ही इंटरनेट पर मीम के जरिए तूफान ला दिया है। इस पर अभिनेता ने मुस्कुराते हुए कहा, “यह क्या है? मुझे सोशल मीडिया पर आने का समय नहीं मिलता है, इसलिए मैंने इन मीम्स को नहीं देखा है। हालांकि मैं सभी दर्शकों से अपील करना चाहूंगा कि वे 15 अगस्त की रात को ‘सेक्रेड गेम्स’ देखने के लिए एक बार फिर से नींद से समझौता कर लें।
फोटो क्रेडिट बाय :गूगल