महिलाओं के सशक्तिकरण से देश भी मजबूत होगा- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गनियारी में किया प्रदेश के पहले आजीविका अंगना का उद्घाटन
समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी के लिये भेंट की हाथ से बनाई चूड़ियां,
महिलाओं ने केंद्र में ही हाथों से बनाई सदरी भी पहनाई मुख्यमंत्री को
रायपुर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज हरेली तिहार के अवसर पर तखतपुर ब्लॉक के ग्राम गनियारी में प्रदेश के पहले आजीविका अंगना (मल्टी एक्टिविटी सेंटर) का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने सबसे पहले सभी को हरेली की शुभकामनाएँ दी। श्री बघेल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है। छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिकता ग्रामीणों को स्वावलंबी बनाना है। स्वच्छ बनाना है। इसलिये यदि हम गांवों को सशक्त बनाते हैं तो देश भी मजबूत होगा। आजीविका अंगना महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का सशक्त माध्यम बन गया है। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण से राज्य का प्रत्येक परिवार सशक्त बन जायेगा। श्री बघेल ने कहा कि यहां पर फ्लाई एश से ईंट का निर्माण हो रहा है। इन ईंटों से बने घर में दीमक नहीं लगता है। यहां महिलाएं चूड़ियों का निर्माण कर रही हैं। हमारे राज्य में लाक का उत्पादन पर्याप्त होता है। पहले चूड़ियां बाहर से आती थीं। लेकिन बहुत जल्द यहां से चूड़ियों का निर्यात होगा। स्व सहायता समूह की महिलाओं को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री ने डोम के बाहर बाह्य गतिविधियों को देखा। वे ई-रिक्शा में बैठकर पेवर ब्लॉक, फ्लाई ऐश ब्रिक्स, सीमेंट पोल निर्माण को देखा।
महिलाओं ने मुख्यमंत्री को पहनाई सदरी- मुख्यमंत्री के आजीविका अंगना के निरीक्षण के दौरान समूह की महिलाओं ने उन्हें हाथ से बनी सदरी पहनाई। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सदरी पहनकर महिलाओं के कौशल की तारीफ की। उन्होंने कहा कि काफी उमस का मौसम है फिर भी आपका हुनर ऐसा है कि गर्मी महसूस नहीं हो रही।
मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी के लिये चूड़ियां भेंट कीं- आजीविका अंगना में महिलाओं ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उनकी धर्मपत्नी के लिये चूड़ियां भेंट कीं। महिलाओं ने बताया कि इसी केंद्र में उन्होंने इन चूड़ियों को विशेष तौर पर बनाया है। मुख्यमंत्री ने इसके लिये महिलाओं को पांच सौ रूपये की भेंट दी। महिलाओं ने पैसे लेने से मना किया तो श्री बघेल ने कहा कि आपकी बोहनी कर रहा हूं। इस पर सभी हंस पड़े।
बच्चों को दी टॉफी और खिलौने- आजीविका अंगना में प्रवेश करते ही मुख्यंत्री श्री बघेल की नजर झूलाघर में खेल रहे बच्चों पर पड़ी। श्री बघेल बच्चों के पास पहुंचे और उन्हें दुलारने लगे। उन्होंने बच्चों को टॉफियां और खिलौने दिये। उल्लेखनीय है कि आजीविका अंगना में कार्यरत समूह की महिलाओं के छोटे बच्चों को खेलने के लिये झूलाघर भी बनाया गया है। जिससे वे निश्चिंत होकर काम कर सकें।
मुख्यमंत्री ने देखा सैनेटरी पैड निर्माण- मुख्यंत्री श्री बघेल ने सैनेटरी पैड मशीन, एलईडी बल्ब असेंबलिंग, लेदर बैग, अगरबत्ती निर्माण यूनिट को भी देखा। समूह की महिलाओं ने उन्हें उत्पादों के बारे में जानकारी दी। श्री बघेल ने कहा कि स्वच्छता के लिये महिलाएं सैनेटरी पैड का उपयोग करें। उन्होंने दो महिलाओं को सैनेटरी पैड सौंपे।
श्री बघेल ने किया सामग्री वितरण- गनियारी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आजीविका अंगना परिसर में ही काम करने वाली दो सौ महिलाओं को सुरक्षा उपकरण, सौ महिलाओं को सिलाई मशीन वितरण, सौ महिलाओं को सायकिल वितरण और पांच महिलाओं को ई-रिक्शा का वितरण किया।
मुख्यमंत्री ने महिलाओं को परोसा भोजन- श्री बघेल ने अन्न सहायता केंद्र में समूह की महिलाओं को भोजन परोसा। उन्होंने महिलाओं से कहा कि आपको यहां आने पर घर से खाना लाने की जरूरत नहीं है। यहीं पर मात्र पांच रूपये में गर्म और स्वादिष्ट भोजन आपको मिलेगा।
ग्रामीण औद्योगिक परिसर गनियारी का किया उद्घाटन- मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ग्रामीण औद्योगिक परिसर का उद्घाटन किया। परिसर में ही प्रदेश के गौठानों में बनने वाले पहले बॉयो गैस संयंत्र का लोकार्पण भी किया। यहां मिनी राईस मिल, तेल मिल, दाल मिल एवं अन्य संयंत्र स्थापित किये गये हैं। जो कि प्रदेश के गौठान में निर्मित पहला संस्थान हैं। यह संस्थान गनियारी गौठान परिसर में ही बनाया गया है। जिसका संचालन समूह की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आजीविका अंगना के शीघ्र निर्माण पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने जिला पंचायत सीईओ रीतेश अग्रवाल, जनपद सीईओ हिमांशु गुप्ता एवं अन्य अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
कार्यक्रम में तखतपुर विधायक श्रीमती रश्मि आशीष सिंह, बिलासपुर विधायक शैलेष पांडे, अटल श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव आर पी मंडल, सचिव पंचायत टी सी महावर, संभागायुक्त बीएल बंजारे, आईजी प्रदीप गुप्ता, कलेक्टर डॉ संजय अलंग, एसपी प्रशांत अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ रीतेश अग्रवाल, एसडीएम कोटा कुणाल दुदावत, सत्येंद्र कौशिक मौजूद रहे।