पराजय के भय से सर्वथा प्रेस से दूरियां बनाने वाले पीएम मोदी को बार-बार इंटरव्यू देकर, मीडिया का लेना पड़ रहा सहारा -कांग्रेस
रायपुर- प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी 17वीं लोकसभा के चुनाव में पराजय से इतने भयभीत हैं के अब मीडिया को भी बुला-बुला कर अपना इंटरव्यू दे रहे हैं। यह उनकी मजबूरी, मायूसी के साथ-साथ कमजोरी को भी प्रकट कर रहा है। प्रेस को इंटरव्यू देकर मोदीजी अपने पापों का प्रायश्चित करना चाहते हैं, लेकिन जनता उन्हें बेनकाब करने के लिए तैयार है।मोदी जी ने अपने 5 वर्षों के शासनकाल में जिस तरह से प्रेस से दूरियां बनाई थी और मीडिया जगत को फटकने तक नहीं दे रहे थे, आखिर उन्हें ऐसी क्या जरूरत पड़ी, कि उन्हें अब मन का गुबार निकालने पत्रकारों के सामने बैठकर बार-बार वक्तव्य देना पड़ रहा है।
बीते दिनों मोदी जी को पत्रकार वार्ता में भी पहली मर्तबा देखा गया, जिसमें उन्होंने पत्रकारों के प्रश्नों का तो कोई उत्तर नहीं दिया केवल मौनी बाबा की तरह पत्रकार वार्ता में शामिल रहे, लेकिन धीरे-धीरे उनके द्वारा प्रेस वार्ता की ओर भी कदम बढ़ाने का प्रयास स्पष्ट परिलक्षित हो रहा है। प्रेस से वार्ता करना अच्छी बात है, किंतु उसमें वास्तविकता और ईमानदारी ना हो तो ऐसी पहल का क्या औचित्य है? केवल देश की भोली जनता को गुमराह किया जाना और उनकी इच्छाओं -भावनाओं से खिलवाड़ करने का ही क्या भाजपा का दायित्व रह गया है?
सच्चाई यही है कि झूठ बोलना और दूरियां बनाना मोदी जी की प्रवृत्ति में है। समय-समय पर समाज, परिवार, जनता का भी उनके द्वारा उपयोग किया जाता है और दूरियां बनायी जाती है। उपयोग करना और दूरियां बनाना यही उनकी सर्वथा परंपरा रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने कहा है कि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदीजी की कथनी और करनी का अब देश में भंडाफोड़ हो चुका है। सत्ता के खिसकने की और सच्चाई के सामने आने की आशंका से भाजपा भयभीत है और बौखला गई है।अब 23 मई को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार का रुखसत होना तय है। जिसका देश की जनता को बेसब्री से इंतजार है।