चीनी फोरम का भारत और अमेरिका ने किया बहिष्कार
बीजिंग : चीन के द्वितीय ‘बेल्ट एंड रोड फोरम’ में गुरुवार को दुनियाभर के नेता एकत्र हुए। लेकिन भारत लगातार दूसरी बार इसका बहिष्कार कर रहा है। अमेरिका ने भी इस फोरम का बहिष्कार किया है।
भारत के बहिष्कार की वजह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा है। यह गालियारा पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर से होकर गुजरता है। दूसरी ओर, अमेरिका का मानना है कि चीन ‘बेल्ट एंड रोड’ मुहिम के जरिए छोटे देशों को कर्ज के जाल में फंसा रहा है। श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह को कर्ज के बदले चीन द्वारा 99 साल की लीज पर लेने के बाद दुनियाभर में चीन की आलोचना बढ़ गई।
ऋण संबंधी स्थिति स्पष्ट करेंगे : चीनी वित्त मंत्री
आलोचनाओं के बाद चीन के वित्त मंत्री लिउ कुन ने कहा कि चीन मुहिम के तहत परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए स्थायी और टिकाऊ तरीके पर काम कर रहा है। ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ की खबर के अनुसार, फोरम के अंतिम दिन यानि 27 अप्रैल को चीन ऋण संबंधी मुद्दों पर जानकारी साझा करेगा।