इतिहास में राजपूत क्षत्रिय समाज की दर्ज है वीरगाथाएं : बघेल
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दुर्ग में राजपूत क्षत्रिय महासभा छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि राजपूत क्षत्रिय समाज स्वाभिमानी, वीर और शौर्य से परिपूर्ण समाज है। मातृभूमि की रक्षा में सबसे ज्यादा खून राजपूत समाज का बहा है। राजपूत क्षत्रिय समाज का इतिहास गौरवशाली और अनुकरणीय रहा है। इतिहास में राजपूत क्षत्रिय समाज कीे अनेक वीरगाथा दर्ज है। क्षत्रियों के साथ क्षत्राणियों की अनगिनत बलिदान गाथाएं सुनने को मिलती है। छत्रपति महाराणा प्रताप राजपूत क्षत्रिय समाज के गौरव हैं। वे अदम्य साहस, शौर्य, वीरता और पराक्रम के प्रतीत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के विभिन्न स्थानों में राजपूत क्षत्रिय समाज निवास करते हैं। छत्तीसगढ़ में निवासरत् राजपूत क्षत्रिय समाज ने सादगी, सहजता और छत्तीसगढ़ियापन को स्वाभिमान के साथ बरकरार रखा है। समाज के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को सॉफा, पगड़ी और तलवार भेंट कर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने समाज के प्रतिनिधियों की मांग पर 5 एकड़ जमीन देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सामूहिक विवाह कार्यक्रमों का आयोजन एक सार्थक पहल है और सभी समाजों इसके लिए आगे आना चाहिए। सामूहिक विवाह होने से कम बजट में समाज की कई बेटियों का विवाह एक साथ किया जा सकता है। इससे फिजूल खर्ची से बचने के साथ ही सामाजिक, एकता और एकजुटता को बनाए रखने में भी बल मिलेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संसदीय कार्य मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि राजपूत क्षत्रिय समाज मातृभूमि की रक्षा करने वाला समाज है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि और जिले के प्रभारी मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि देश के नवनिर्माण राजपूत क्षत्रिय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आजादी के पूर्व से लेकर अब तक समाज ने देश के लिए अपना गौरवमयी योगदान दिया है। इस अवसर पर विधायक श्री देवेन्द्र यादव सहित राजपूत क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष श्री होरी सिंग डौड़ एवं समाज के अनेक पदाधिकारी और बड़ी संख्या में सामाजिक बंधु उपस्थित थे।