प्रॉफिट मार्जिन, नियमो के खिलाफ आईएमएफएल श्रेणी में लोकल शराब के ब्रांड शामिल,और आयकर चोरी कर मिलीभगत से दिया करोड़ो के घोटाले को अंजाम: भंसाली
*आबकारी विभाग में संविदा पर वर्षो से कार्यरत अधिकारी समुन्द्र सिंह की ठेकेदारों, अधिकारियों और बीजेपी मंत्रियों की मिलीभगत से बीजेपी शासनकाल में विगत 5 वर्षों में शराब ठेका ओर बिक्री के नाम पर किये गए लगभग 5000 करोड़ के घोटाले के मुख्य 119 पेज के दस्तवेजो के साथ जेसीसी-जे प्रवक्ता नितिन भंसाली ने ईओडब्ल्यू में शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की*
*प्रॉफिट मार्जिन, नियमो के खिलाफ आईएमएफएल श्रेणी में लोकल शराब के ब्रांड शामिल,ओर आयकर चोरी कर मिलीभगत से दिया करोड़ो के घोटाले को अंजाम*
*संविदा में लगभग 9 वर्षो तक आबकारी विभाग में घोटाले को अंजाम देने वाले अधिकारी समुन्द्र सिंह सरकार बदलने के बाद से ही अंडर ग्राउंड*
रायपुर,जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे के प्रदेश प्रवक्ता नितिन भंसाली ने बीजेपी शासनकाल के वर्ष 2012 से 2017 के बीच आबकारी विभाग में तत्कालीन एक खास मंत्री के चहेते 9 वर्षो से संविदा में ओएसडी के पद पर पदस्थ अधिकारी समुन्द्र सिंह, शासन,प्रशासन और शराब ठेकेदारों की मिलीभगत से किये गए लगभग 5000 करोड़ रुपये के महाघोटाले की शिकायत घोटाले के 119 पेज के दस्तावेजो के साथ राज्य आर्थिक अपराध अन्वेंशन ब्यूरो “ईओडब्ल्यू” से करते हुए इस घोटाले ओर भ्र्ष्टाचार में शामिल अधिकारी समुन्द्र सिंह ओर शराब ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की.
इस विषय मे एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जेसीसी-जे प्रवक्ता नितिन भंसाली ने बताया की बीजेपी शासनकाल में वर्ष 2012 से 2017 तक आबकारी विभाग ने शराब ठेकेदारों को लाभ पोहचाने के लिए कमीशनखोरी के नाम से गेर कानूनी तरीके से सारे नियमो को ताक में रखते हुए शराब बिक्री पर 50 से 60 प्रतिशत का प्रॉफिट मार्जिन यानी लाभ दिया जो कि अन्य राज्यो की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा है जिसकी राशि करोड़ो में है, नितिन ने बताया कि बीजेपी शाशनकाल में शराब के मूल्य निर्धारण का कोई मापदंड नही था जिसकी वजह से मूल्य निर्धारण का कार्य आबकारी विभाग द्वारा मनमाने तरीके से करते हुए शराब ठेकेदारों को करोड़ो रूपये का लाभ पोहचाया गया है..
नितिन भंसाली ने बताया कि आबकारी विभाग के भ्र्ष्ट अधिकारियों ने शासन प्रशासन से मिलीभगत कर लोकल ब्रांड की शराब को बिना मापदंडों के परीक्षण के मनमाने तरीके से IMFL (Indian made foreign liquor) की श्रेणी में रखते हुए इन लोकल ब्रांड की शराबों का बिक्री मूल्य निर्धारण महंगी दरो पर करते हुए इससे शराब ठेकेदारों को करोड़ो रूपये का लाभ पोहचाते हुए कमीशनखोरी को अंजाम देकर इस घोटाले को अंजाम दिया है.
नितिन भंसाली ने बताया कि वर्ष 2012 से वर्ष 2017 तक लॉटरी के माध्यम से शराब दुकानों के आंबटन की प्रक्रिया में शराब ठेकेदारों ने अपने गुर्गों, कर्मचारियों के नाम पर लॉटरी के माध्यम से जो दुकाने हासिल की थी जिन प्रत्येक दुकानों का वार्षिक टर्नओवर करोड़ो रुपयों की संख्या में है जिसका एक रुपया भी आयकर ठेकेदारों ने नही चुकाते हुए करोड़ो रुपयों की कर चोरी को अंजाम दिया है, नितिन ने बताया कि कई लोगो को जिनके नाम पर ठेकेदारों ने शराब दुकाने संचालित की उनको खुद इस बात की जानकारी नही है कि उनके नाम पर शराब ठेकेदारों ने करोड़ो रूपये का व्यवसाय किया है और उसका आयकर भी नही पटाया है.
नितिन भंसाली ने बताया कि 9 वर्षो से संविदा में आबकारी विभाग में पदस्थ रहेते हुए करोड़ो के इस घोटाले के मुख्य सूत्रधार तत्कालीन एक मंत्री के खास अधिकारी समुन्द्र सिंह सरकार बदलने के दिन ही अपना इस्तीफा देकर कही अंडर ग्राउंड हो गए है जिनका वर्तमान तक कोई अता पता नही है. नितिन भंसाली ने बताया कि इस घोटाले की शिकायत दस्तवेजो सहित विगत दिनों उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ओर शासन के वरिष्ठ अधिकारियों से भी है लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नही हुई है जिस ओर उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री का भी ध्यान आकृष्ट किया है.