November 23, 2024

विधानसभा अध्यक्ष महंत ने गंगा आरती कर किया राजिम माघी पुन्नी मेले का शुभारंभ

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रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बीच रोशन हुआ राजिम माघी पुन्नी मेला

रायपुर/राजिम। त्रिवेणी संगम राजिम में आज माघी पुन्नी मेले का रंगारंग शुभारंभ प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरण दास महंत ने किया। संगम स्थल पर गंगा आरती कर विधानसभा अध्यक्ष ने इस महामेले की शुरुआत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता धर्मस्व, पर्यटन व संस्कृति मंत्री ताम्रध्वज साहू ने की। वहीं विशिष्ठ अतिथियों में अभनपुर के विधायक धरेन्द्र साहू व राजिम विधायक अमितेश शुक्ल उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विशेष रूप से आचार्य महामंडलेश्वर अग्नि पीठाधीश्वर श्री रामकृष्णानंद महाराज अमरकंटक भी उपस्थित रहे। वहीं पूर्व विधायक गुरुमीत सिंह होरा, रायपुर की पूर्व महापौर किरणमयी नायक विशेष आतिथ्य एवं जिला पंचायत अध्यक्ष गरियाबंद डॉ. श्वेता शर्मा, धमतरी रघुनंदन साहू, रायपुर श्रीमती शारदा वर्मा, नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा के अध्यक्ष विजय गोयल, नगर पंचायत राजिम पवन सोनकर, अध्यक्ष जनपद पंचायत फिंगेश्वर जितेन्द्र साहू आदि उपस्थित रहे।

इससे पहले आज सुबह भगवान राजीव लोचन के जन्मदिवस व माघी पूर्णिमा के अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने पर्व स्नान किया। स्नान के लिए रात सोमवार रात 12 बजे के बाद से छत्तीसगढ़ के दूर दराज से लोग मेले में पहुंचने लगे थे और मंगलवार को श्रद्धालु पर्व स्नान करते रहे। शाम को मेले के शुभारंभ के मौके पर कार्यक्रम के दौरान विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत व धर्मस्व व संस्कृति मंत्री ताम्रध्वज साहू की उपस्थिति में आचार्य रामकृष्णानंद महाराज की चरण पादुका का पूजन हुआ। इसके बाद अतिथियों ने उपस्थित जनता को संबोधित किया।
राज्य बनने के बाद हमने सहेजा संस्कृति को

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ चरणदास महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ बनने के बाद हमारे पुराने नेताओं ने हमारी संस्कृति को सहेजने का काम शुरू किया था जो अब जाकर साकार हो रहा है। त्रिवेणी संगम में राजीव लोचन भगवान की कृपा से यह कार्यक्रम हो रहा है। हमारी सरकार का प्रयास रहेगा कि इस धरा पर इस संंंस्कृति की रक्षा की जा सके। वधानसभा अध्यक्ष ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी साधू संतो का इस धरा पर आने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की इस पावन भूमि पर माघी पुन्नी मेला का आयोजन निश्चित रूप से हमारी सरकार की उपलब्धि है। आध्यात्मि रूप से महान इस धरती पर आने वाले वर्षों में भी इस धार्मिक आयोजन को भव्य रूप से मनाया जाएगा।

शिकायत न करें सुझाव दें जनता: ताम्रध्वज साहू
राजिम माघी पुन्नी मेला शुभारंभ के मौके पर धर्मस्व व संस्कृति मंत्री ने कहा कि 15 साल बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है और हमारे लिए एक तरह से यह पहला आयोजन है। इस साल यदि किसी प्रकार की कमी होगी तो अगले साल इसमें सुधार किया जाएगा। कमियों को शिकायत के रूप में न देखें सुझाव के रूप में बताएं ताकि हम छत्तीसगढ़ की संस्कृति को और अच्छी तरह से प्रस्तुत कर सकें। इस अवसर पर मंत्री साहू ने छत्तीसगढ़ के सांस्कृति कार्यक्रम एवं छत्तीसगढ़ के खेलकूद के लिए भी इस माघी पुन्नी मेला में मंच दिया जाएगा। प्रदेश की संस्कृति को आगे बढ़ाते हुए जन जन तक पहुंचाया जाएगा। अंत में मंत्री साहू ने मेले में प्रदेश सरकार के सभी विभागों को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी कहा कि राजिम में शासन स्तर पर धर्मशाला का निर्माण कराया जाएगा। हर वर्ष एक एक माले का निर्माण किया जाएगा।

राजिम त्रिवेणी संगम को प्रयागराज का दर्जा
अभनपुर विधायक धनेन्द्र साहू ने कहा कि भगवान राजीव लोचन के आशीर्वाद से त्रिवेणी संगम पर राजीव महोत्सव शुरू हुआ था। धनेन्द्र साहू ने कहा कि राजिम को प्रयागराज का दर्जा है यहां वे सभी संस्कार होते हैं जो प्रयागराज में होते हैं। उन्होंने कहा कि 18 वर्षों बाद एक बार फिर इस महोत्सव को उसका पारंपरिक नाम मिला है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व संस्कृति मंत्री ताम्रध्वज साहू की पहल से ही यह संभव हो सका। कार्यक्रम के दौरान राजिम विधायक अमितेश शुक्ला ने कहा कि पवित्र संगम क्षेत्र से शराब की बिक्री बंद कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि सीएम भूपेश बघेल की मंशा है शराब बंदी हो और हम चाहते हैं इसकी शुरुआत राजिम से हो। हमारे साधु संतों की मर्यादा का पालन करते हुए राजिम सहित पूरे प्रदेश में शराब बंदी की जाए। कार्यक्रम को सिहावा की विधायक लक्ष्मी धु्रव ने भी संबोधित किया।

सांस्कृति प्रस्तुतियों ने बांधे रखा दर्शकों को बांधा
माघी पुन्नी मेले के मौके पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। विशेष रूप से कार्यक्रम के शुरुआत में रायपुर के संतु यादव ग्रुप का राउतनाचा हुआ। वहीं अन्य प्रस्तुतियों में रायपुर की अनुराधा ने भजनों की प्रस्तुति दी। पंथी नृत्य की प्रस्तुति मुंगेली के कमलदास पाटले ने दी। हसदा अभनपुर के उत्तमकुमार साहू ने रामधुनी गाया तो पं संतोष शर्मा ने राजीव लोचन भजन की आकर्षक प्रस्तुति दी। विशेष आकर्षण के तौर पर दीपाली पाण्डे रायपुर ने कथक नृत्य की प्रस्तुति दी। बिलासपुर के खिलेन्द्र ठाकुर ने लोक नृत्य की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ जस सम्राट दिलीप षड़ंगी ने भजनों की प्रस्तुति दी।

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